पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने बार-बार हो रहे पेपरलीक पर कहा, इससे युवाओं का मनोबल टूटता है। नौजवानों का भरोसा खो देंगे। बहुत बड़ी चुनौती आ जाएगी। वह सोमवार देर शाम मानसरोवर में हुए होली मिलन समारोह में बोल रहे थे। इसके साथ ही पायलट ने समर्थकों से जोश बचाकर रखने की बात कहकर सियासी चर्चा छेड़ दी।
पायलट ने समर्थकों से कहा- जो उत्साह और जोश है, उसे संभालकर रखें। आगे राजनीतिक चुनौतियां आएंगी। चुनाव भी इस साल के अंत में होगा। हम सबको मिलकर काम करना है। मुझे तो हमारे नौजवानों, कार्यकर्ताओं, क्षेत्रवासियों, प्रदेशवासियों के साथ हर खुशी, हर गम बांटना है। चाहे होली-दीवाली हो। शादी हो, गम हो। लोगों से रिश्ते तो बनाने से बनते हैं। उन्हें निभाना भी है।
बीजेपी झगड़ों में फंसी, सत्ता-संगठन ने मिलकर काम किया तो सरकार रिपीट हो सकती है
पायलट ने कहा- हर संगठन और पार्टी मजबूती से फैसले करती है। जनता उसे पसंद भी करती है। मुझे लगता है कि राजस्थान में तमाम संभावनाएं हैं। हम लोग मिलकर काम करेंगे तो लोगों को आशीर्वाद निश्चित रूप से हमें मिलेगा। पिछले आठ साल में बीजेपी की केंद्र सरकार ने लगातार लोगों को निराश किया है।
राजस्थान बीजेपी में बिखराव और फूट है, पिछले साढे चार साल में जिम्मेदार विपक्ष की तरह व्यवहार नहीं कर पाए। इसे जनता देख चुकी है। बीजेपी आपसी झगड़ों में फंसी हुई है, इससे नहीं लगता कि वह राजस्थान में एक मजबूत पार्टी की तरह उभर पाएगी। मुझे लगता है सरकार और संगठन मिलकर काम करेंगे तो सरकार रिपीट हो सकती है।
युवाओं का सिस्टम से विश्वास उठ जाएगा
पायलट ने कहा- यह (पेपरलीक) बड़ी चिंता का विषय है, नौजवानों के भविष्य से कोई खिलवाड़ नहीं कर सकता। सरकारें आती जाती हैं, लेकिन पढ़े-लिखे युवाओं का सिस्टम पर विश्वास रहना जरूरी है। अगर शिक्षित युवाओं का सिस्टम पर विश्वास नहीं रहा तो भविष्य के लिए बहुत बड़ा प्रश्न चिन्ह लग जाएगा।
भविष्य में पेपरलीक नहीं होंगे इसकी गारंटी देनी होगी
उन्होंने कहा- मैं हमेशा कहता हूं, जो पेपरलीक प्रकरण में शामिल रहे चाहे कितना ही बड़ा व्यक्ति हो उस पर कार्रवाई होनी चाहिए, मैंने सार्वजनिक रूप से बोला है। पेपरलीक लगातार होते हैं, उसमें लोगों को लगना चाहिए कि हम जड़ तक पहुंच गए हैं। भविष्य में यह नहीं होगा। हम लोग तमाम वादे करते हैं, फिर भी बार बार यह बात रिपीट होती है तो लोगों का मनोबल टूटता है। अगर हम नौजवानों का विश्वास खो देंगे तो बहुत बड़ी चुनौती सामने आएगी।
वीरांगनाओं से बदसलूकी को लेकर पुलिस पर सवाल
पायलट ने आगे कहा- वीरांगनाओं के साथ जिस तरह बदसलूकी हुई है, उसके जिम्मेदारों पर कार्रवाई हो। जिस तरह वीरांगनाओं के साथ पुलिस ने बर्ताव किया, वह निंदनीय है। वीरांगनाओं के साथ इस तरह की बदसलूकी अस्वीकार्य है। माना कि मांगें पूरी करने में समय लग सकता है, लेकिन वीरांगनाओं के साथ बदसलूकी करना गलत है।
सोमवार को वीरांगनाएं अचानक पायलट के बंगले पर पहुंच गईं थीं। इसके बाद पायलट ने उनसे बातचीत कर हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। पायलट से मुलाकात के कुछ देर बाद वीरांगनांए कल पायलट के बंगले के बाहर धरने पर बैठ गईं, उनका धरना अब भी जारी है।