रंगभरी एकादशी पर ब्रज के बांके बिहारी मंदिर में 5 दिवसीय होली उत्सव शुरू हो गया है। टेसू के फूलों से बने रंग मंदिर के पुजारी भक्तों पर बरसा रहे हैं। गुरुवार सुबह बड़ी संख्या में भक्तों ने वृंदावन की पंचकोसी परिक्रमा शुरू की।
यहां की 5 कोस की परिक्रमा के लिए भारी जन सैलाब उमड़ा। श्रद्धालु वृंदावन की परिक्रमा कर खुद को धन्य कर रहे हैं। बांके-बिहारी मंदिर में देर शाम तक 50 हजार भक्तों के होली खेलने का अनुमान है।
तस्वीरों में देखें ब्रज में होली का उल्लास...
बांके बिहारी मंदिर में भक्त भगवान के साथ होली खेल रहे
रंगभरी एकादशी पर विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं। अपने आराध्य के दर्शन कर रहे हैं और उनके साथ होली खेल रहे हैं। बांके बिहारी मंदिर में परंपरागत टेसू के फूलों से रंग बना गया है। इसी रंग को मंदिर के पुजारी भक्तों पर डाल रहे हैं। मंदिर में इस बार 200 किलो फूल भी मंगाए गए हैं।
10 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान
रंगभरनी एकादशी पर वृंदावन में आस्था का सैलाब उमड़ता है। इस दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु वृंदावन पहुंच रहे हैं। यहां की परिक्रमा कर रहे हैं। पिछले सालों में उमड़ी भीड़ को देखते हुए इस बार 10 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के उमड़ने की उम्मीद है।
मध्यप्रदेश से लाए गए हैं टेसू के फूल
टेसू के फूल मध्यप्रदेश के शिवपुरी इलाके में मिलते हैं। इन फूलों को वहीं से लाया गया है। इसके बाद बड़े-बड़े ड्रमों में पानी से भिगोया गया। उसके बाद फूलों का रस निकालकर चूने को मिलाया गया। इस दौरान रंग को लगातार गर्म किया गया। फिर तैयार हुआ है यह इको फ्रेंडली रंग। यह रंग स्किन को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचाता है।