केंद्रीय संस्कृति और संसदीय कार्य मंत्री अर्जुन मेघवाल ने बीकानेर में चल रहे राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव में मशहूर गायिका मालिनी अवस्थी के साथ जमकर गाने गाए। मंत्री ने सवा दो मिनट तक मालिनी के साथ पूरी लय और ताल में प्रीतम चलूं तुम्हारे संग, जंग में पकडूंगी तलवार... गाकर खूब तालियां बटोरी। मालिनी अवस्थी ने अर्जुन मेघवाल की गायन शैली की जमकर तारीफ की।
बता दें कि बीकानेर में केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय का राष्ट्रीय सांस्कृतिक महोत्सव चल रहा है। इसमें दो दिन पहले अर्जुन मेघवाल ने गाना गाया था। अब इस परफॉर्मेंस का वीडियो सामने आया है।
मालिनी अवस्थी के साथ मेघवाल की इस जुगलबंदी को लोग खूब पसंद कर रहे हैं। इस गाने को जमकर शेयर भी कर रहे हैं। दरअसल, मालिनी अवस्थी फेस्टिवल में गा रही थीं। जब महिलाओं की वीरता पर आधारित रसिया गाने लगीं तो अर्जुन मेघवाल भी गाए बिना नहीं रह सके। सीधे मंच पर पहुंचे। माइक लेकर गाना शुरू कर दिया।
मेघवाल बोले- महिलाएं कमजोर नहीं है, मालिनी ने इस भाव को जगाया
फेस्टिवल में गाने के बाद अर्जुन मेघवाल ने मालिनी अवस्थी की जमकर तारीफ करते हुए कहा- इन्होंने आजादी के अमृत महोत्सव में धूम मचा रखी है। इन्हें गाते देख मेरे अंदर का कलाकार जाग गया। मालिनी ने उस भाव को जगाया है कि महिलाएं कमजोर नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि हमारी महिलाएं तलवार पकड़ने के लिए तैयार रहती थीं। जंग में जाना चाहती थीं। इतिहास और साहित्य लिखने वाले वामपंथियों ने लिख दिया कि भारत में औरतें कैद में बंद है। इस गीत में भाव है कि महिलाएं कैद में बंद नहीं रहना चाहती थीं। वे जंग में जाना चाहती थीं।
जाम में फंस गया तो पत्नी को मुख्य अतिथि बना दिया
अर्जुन मेघवाल ने कहा- आजादी के अमृत महोत्सव प्रोग्राम में मुख्य अतिथि था। मैं जाम में फंस गया था। इन्होंने मेरी पत्नी पाना देवी को मुझसे पूछे बिना ही मुख्य अतिथि बना दिया था। किताब भी भेंट की थी। पाना देवीजी को भी याद है। मालिनी अवस्थी ने महिलाओं की आवाज को बुलंद किया है। उनकी ताकत को याद दिलाया है।
मालिनी अवस्थी ने कहा- मेघवाल को धुन याद है, यह सच्चे कलाकार की निशानी
गायिका मालिनी अवस्थी ने अर्जुन मेघवाल की प्रस्तुति के बाद कहा- आप इतना बढ़िया गाते हैं, धुन याद है, यह सच्चे कलाकार की निशानी है। इस पर मेघवाल ने कहा- मेरे अंदर का कलाकार जाग गया था। शब्द और धुन याद हैं।
मालिनी ने कहा- मेरी भी उम्र हो गई है, जिनकी निगाहबानी में मंत्रालय हो और ऐसा मंत्री मंत्रालय संभाले जो दिल से कलाकार हो तो बात ही कुछ और होती है। पीएम ने शानदार चयन किया है। ये बाहर चले गए थे, लेकिन प्रोग्राम के लिए वापस आए। मेघवाल ने कहा- संसद की बीएसी की बैठक में जाना था, वहां जाकर पुस्तक मेले में गया। फिर दिल्ली से जोधपुर होते हुए आया हूं।