नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) मैदान पर अपनी पूरी एनर्जी लगाने के लिए जाने जाते हैं. विराट अक्सर मैदान पर जी जान लगा देते हैं. कप्तान बनने के बाद उनका आक्रामक रवैया काफी चर्चा का विषय बना था. ऑस्ट्रेलिया में टीम इंडिया ने पहली बार टेस्ट सीरीज जीती तो कंगारू टीम के प्लेयर विराट के उग्र व्यवहार से थर-थर कांपते दिखे. केवल विदेशी ही नहीं टीम इंडिया का स्टार बैटर भी विराट के गुस्से का शिकार हो चुका है. यह चैंपियन बल्लेबाज तब भारतीय टीम में डेब्यू नहीं कर पाया था. ऐसे में विराट की स्लेजिंग से वो मैदान पर ही थर-थर कांप रहा था. ये वाक्या सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) के जीवन से जुड़ा है.
सूर्यकुमार यादव मौजूदा वक्त पर टी20 अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में पहले स्थान पर हैं. मैदान पर हर जगह चौके-छक्के लगाने की कला के कारण ही उन्हें मिस्टर 360 डिग्री प्लेयर भी कहा जाता है. उनका एक नाम स्कॉय भी है. आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए खेलने वाले सूर्या कई मौकों पर अपनी टीम को चैंपियन बना चुके हैं. डेब्यू के एक साल बाद ही वो मोहम्मद रिजवान को पछाड़ते हुए टी20 क्रिकेट में वर्ल्ड नंबर-1 बैटर बन गए.
सूर्यकुमार यादव ने उस किस्से के बारे में बताया जब विराट कोहली ने उन्हें स्लेज किया. आईपीएल मैच के दौरान मुंबई इंडियंस के सामने साल 2020 के टूर्नामेंट में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की चुनौती थी. दोनों टीमें लीग मैच खेल रही थी और करो-मरो जैसी स्थिति में थी. मुंबई की टीम 165 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही थी. टीम के लगातार विकेट भी गिर रहे थे.
सूर्यकुमार यादव ने बताया कि मैच को जीतने के लिए विराट ने स्लेजिंग शुरू कर दी., “अलग ही लेवल पर था उनका स्लेजिंग. मैं उस वक्त खुद पर काफी फोकस था कि बॉस कुछ भी हो जाए अपना फोकस हटाना नहीं है. ये मैच तो जिताना ही है और बोलना कुछ भी नहीं है. बॉल गई उनके पास और उनका एक्शन शुरू हो गया. उस वक्त मेरी पूरी फटी हुई थी. अंदर से हार्ट-बीट एकदम फार्स्ट हो गई कि वो आदमी सामने से चलकर आ रहा है. वो भी कुछ नहीं बोल रहा चिंगम चबा रहा है और मैं भी कुछ नहीं बोल रहा हूं”
सूर्यकुमार यादव ने कहा, “अंदर से जोर-जोर से आवाजें आ रही थी कि मेरे भाई पैर पड़ता हूं तेरे. तुझे कुछ बोलना नहीं है बस. 10 सेकेंड का बात है. नया ओवर चालू हो जाएगा. वो सामने से पास हुए. अच्छा हुआ उस वक्त मेरा बैट जमीन पर गिर गया और आंख से आंख नहीं मिली. वहां से मैं निकला. इसके बाद पूरे गेम के दौरान मैंने विराट कोहली को एक बार भी देखा तक नहीं. चांस ही नहीं, मैं चुपचान नीचे देखकर बैटिंग करता रहा.”
इस मैच में सूर्यकुमार यादव ने 43 गेंदों पर 79 रनों की पारी खेली और मुंबई इंडियंस को जीत दिलाई. सूर्या ने उस साल मुंबई को अपना 5वां आईपीएल खिताब जितने में भी मदद की.