नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच इंदौर के होलकर स्टेडियम में टेस्ट सीरीज का तीसरा मुकाबला खेला जा रहा है. रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम महज 109 रन पर ढेर हो गई. जवाब में दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलियाई टीम ने चार विकेट के नुकसान पर 156 रन बना लिए हैं. यह चारों विकेट रवींद्र जडेजा के खाते में गए. जड्डू इससे पहले नागपुर और दिल्ली टेस्ट के भी हीरो थे. वो पिछले दोनों टेस्ट में प्लेयर ऑफ द मैच बने थे. इस मुकाबले में टीम इंडिया अपने ही जाल में फंसती नजर आ रही है. कंगारू टीम भारतीय ट्रिक को सीखते हुए हमारे घर में जीत दर्ज करने की फिराक में है.
अपने जाल में फंसा भारत
बीसीसीआई ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को अबतक सभी तीन मुकाबलों में खेलने के लिए टर्निंग ट्रैक दिए हैं. ऑस्ट्रेलियाई टीम को ऐसी पिचों पर खेलने की आदत नहीं है. यही वजह है कि पहले दो मैच में भारत ने आसानी से जीत दर्ज कर ली. अब तीसरे मैच में भी जब भारत इसी योजना पर चलकर मुकाबला जीतने का रास्ता खोज रहा था तो स्टीव स्मिथ की कप्तानी वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम ने भारत को गच्चा दे दिया. पूरी भारतीय टीम स्पिन ट्रैक पर 109 रन पर ऑलआउट हो गई.
आईसीसी भी बख्शेगी नहीं
भारत की चाल को समझते हुए अब आईसीसी भी बीसीसीआई को बख्शने के मूड में नजर नहीं आती है. आईसीसी के मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने भी इसके लिए अपनी तैयारी पूरी कर ली है. इंदौर की पिच पर कार्रवाई होना तय है. इससे पहले नागपुर व दिल्ली की पिच को ‘औसत’ रेटिंग दी जा चुकी है. जिसका मतलब होता है कि इस पिच पर मैच कराया जा सकता है लेकिन यह क्रिकेट के लिए आदर्श पिच नहीं है.
माना जा रहा है कि इंदौर की पिच को इससे भी बुरी रेटिंग मिलने वाली है. इस पिच को औसत से निचले दर्जे की रेटिंग दी जा सकती है. मैच के पहले ही दिन शुरुआती कुछ घंटो में टीम इंडिया ऑलआउट हो गई. इससे पिच की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं.