नई दिल्ली: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर (Twitter) ने अपने फीचर्स में एक और बदलाव किया है. नए बदलाव के तहत उन यूजर्स से SMS बेस्ड टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) को हटाने के लिए कहा गया है, जो ट्विटर ब्लू फीचर के सब्सक्राइबर नहीं हैं. कंपनी यूजर्स से इस फीचर को 19 मार्च, 2023 तक हटाने को कह रही है. 20 मार्च से आपको या तो ट्विटर ब्लू सब्सक्रिप्शन के लिए पेमेंट करना होगा या अपने ट्विटर अकाउंट को ताक-झांक से बचाने के लिए किसी अन्य ऑथेंटिकेशन विकल्प चुनना होगा.
बता दें कि टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन अपने अकाउंट को सुरक्षित रखने एक बेहतर तरीका है. इसके जरिए यूजर्स अपने अकाउंट को हैक होने से रोक सकते हैं. कंपनी ने साल 2013 में टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन लॉन्च किया, जिसमें 2FA को सक्षम करने के 3 तरीके – टेक्स्ट मैसेज, सिक्योरिटी की (Security key) और ऑथेंटिकेशन ऐप (Authentication App) की पेशकश की गई. फिलहाल ट्विटर टेक्स्ट मैसेज के पैसे चार्ज करेगा लेकिन सिक्योरिटी कीज और ऑथेंटिकेशन ऐप के लिए खुद के अकाउंट को सिक्योर रखना फ्री है.
ऑथेंटिकेशन ऐप्स
आप टाइम बेस्ड वन-टाइम पासवर्ड (OTP) उत्पन्न करने के लिए Google Authenticator, Authy, Microsoft Authenticator, Yubico Authenticator जैसे थर्ड-पार्टी ऐप का उपयोग कर सकते हैं, जिसे आपको लॉगिन प्रक्रिया के दौरान दर्ज करना होगा. इन ऐप्स को आप एंड्रॉयड और आईओएस दोनों में डाउनलोड कर सकते हैं.
सिक्योरिटी कीज
ट्विटर फिजिकल सिक्योरिटी कीज जैसे कि YubiKey का समर्थन करता है. यह सुरक्षा की एक एक्स्ट्रा लेयर यूजर्स को प्रदान करती है.