नौकरशाही से राजनीति में आए देश के ऊर्जा मंत्री और आरा से भाजपा सांसद आरके सिंह को लेकर इन दिनों चर्चा गर्म है। उनका एक बयान सोशल मीडिया पर जबरदस्त तरीके से वायरल हो रहा है। इसमें वे कहते सुनाई दे रहे हैं कि मैं नॉर्मल नेता नहीं हूं और मैंने एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने इस्तीफे की पेशकश कर दी है। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि मैं नॉर्मल नेता नहीं हूं जो सत्ता में बने रहने के लिए लालायित रहता है। दरअसल, अपने संसदीय क्षेत्र आरा में एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आरके सिंह पहुंचे थे। इसी दौरान एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध कर दिया। एबीवीपी के कार्यकर्ताओं की मांग है कि वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में मेडिकल कॉलेज खोला जाए और विश्वविद्यालय को तीन खंडों में बांटा जाए।
इसी को लेकर संघ समर्थित यह स्टूडेंट विंग भाजपा नेता का ही विरोध करना शुरू कर दिया। हालांकि, आरके सिंह विरोध के बाद भी छात्रों को काफी समझाने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन छात्र बार-बार उग्रता दिखाते हुए नजर आ रहे हैं। तभी आरके सिंह ने नाराज होते हुए कहा कि आप लोग हमें राजनीति मत सिखाइए। हम वैसे नेता नहीं है जो कुर्सी के लिए लालायित रहते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम नॉर्मल लेता नहीं है। पीएम मोदी के सामने अपने इस्तीफे की पेशकश कर आएं हैं। क्योंकि हमारा एक प्रपोजल लंबित था। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा है कि पीएम मोदी ने उन्हें समझाया और कहा कि इसकी जरूरत नहीं है।
बाद में आरके सिंह के इस बयान को लेकर उनसे जवाब मांगा गया। उन्होंने इस्तीफे की बात को लेकर साफ तौर पर इंकार किया और कहा कि उसे गलत संदर्भ में लिया गया है। आपको बता दें कि आरके सिंह के साथ छात्रों की नोकझोंक भी हुई थी। आरके सिंह लगातार पूरे वीडियो में नाराज दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुझे कोई पॉलिटिक्स समझाता है तो गुस्सा आता है। जिसके बाद विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता यह कह रहे हैं कि नहीं नहीं ऐसी बात नहीं है। आप बिल्कुल गलत समझ रहे हैं। इसके जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अच्छा मैं मूर्ख हूं, क्या आपको हमको मूर्ख समझते हो।