मंत्री बोले-शहीदों के परिजनों का सहयोग नहीं करते अफसर: स्पीकर ने सयंम लोढ़ा से कहा-सीएम सलाहकार की भी कोई जिम्मेदारी होती है

मंत्री बोले-शहीदों के परिजनों का सहयोग नहीं करते अफसर: स्पीकर ने सयंम लोढ़ा से कहा-सीएम सलाहकार की भी कोई जिम्मेदारी होती है

शहीदों के परिजनों को घोषणा के मुताबिक लाभ नहीं देने का मामला विधानसभा में गूंजा। सैनिक कल्याण राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने सदन में माना कि कई कलेक्टर और राजस्व विभाग के अफसर शहीददों के परिजनों का बिल्कुल सहयोग नहीं करते। संदीप शर्मा के सवाल के जवाब में गुढ़ा ने कहा कि शहीदों के परिजनों को पैकेज के तहत 25 बीघा जमीन और 25 लाख रुपए दिए जाते हैं। 25 बीघा जमीन जहां अलॉट करते हैं, कई शहीदों के परिजन मौके पर जमीन देखकर उसे लेना पसंद नहीं करते, वह जमीन उन्हें पसंद नहीं आती। कुछ शहीदों के परिजनों को कलेक्टर और रेवेन्यू के अफसर कॉपरेट नहीं करते।

गुढ़ा ने कहा-शहीदों के परिजनों को राज्य सरकार के प्रावधान के सिाब से 25 लाख रुपए नकद और 25 बीघा जमीन, 25 लाख नकद के साथ हाउसिंग बोर्ड का मकान और 50 लाख रुपएनकद देने का प्रावधान है। इन तीन में से कोई भी आॅप्शन चुना जा सकता है। यह सही बात है कि कलेक्टरों और रवेन्यू अफसरों के लेवल पर शहीदों के परिजनों को बिल्कुल कॉपरेट नहीं किया जाता।

स्पीकर ने संयम लोढ़ा से कहा- सीएम के सलाहकार की भी कोई जिम्मेदारी होती है

विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान सिरोही से निर्दलीय विधायक और सीएम के सलाहकार संयम लोढ़ा ने एक यवुक को मर्डर के झूठे मुकदमे से जुड़े सवाल पर जेल मंत्री को घेरने का प्रयास किया। संयम लोढ़ा ने मंत्री टीकाराम जुली से कहा कि आपने जब सिरोही जेल का निरीक्षण किया था, तब मर्डश्र के झूठे मुकदमे में फंसाए गए आदिवासी से बात हुई थी। जिस दिन मर्डर हुआ वह जेल में था, मंत्रिमंडल की सामूहिक जिम्मेदारी होती है, आपने दोषी पुलिस अफारों के खिलाफ कार्रवाई के बारे में क्यों नहीं लिखा? इस पर स्पीकर सीपी जोशी ने संयम लोढ़ा से कहा- मुख्यमंत्री के सलाहकार की भी कुछ जिम्मेदारी होती है। इस पर सदन में जमकर ठहाके लगे।

मंत्री की स्पीड देखकर स्पीकर ने कहा जवाब पढ़ा हुआ माना जाए

संयम लोढ़ा के सवाल पर टीकाराम जुली ने कहा- 2 अप्रैल 2022 को जेल मंत्री ने जिला जेल सिरोही का दौरा किया था। जेल मंत्री के सिरोही जेल के निरीक्षण के दौरान बंदी गेमला पुत्र लखाराम ने कहा था कि जिस मर्डर के आरोप में पकड़ा है, उसमें उसे झूठा फंसाया गया है क्‍योंकि अपराध के समय वह बाली जेल में बंद था। मंत्री टीकाराम जुली ने जब तेजी से लिखित जवाब पढ़ना शुरू किया तो स्पीकर सीपी जोशी ने चुटकी लेते हुए कहा कि जिस स्पीड से आप पढ़ रहे हैं उसे देखते हुए जवाब को पढ़ा हुआ माना गया।

संयम लोढ़ा ने पूछा-दोषी पुलिस वालों के खिलाफ क्या एक्शन लिया?

संयम लोढ़ा ने कहा कि जिस दिन मर्डर हुआ वह व्यक्ति बाली जेल में बंद था। जेलर ने भी लिखित में भेजा था कि उस दिन जेल में बंद थ। डीआईजी की जांच में भी युवक को झूठा फंसाना पाया गया। जेल मंत्री के रूप में पुलिस अफसरों पर कार्रवाई के लिए क्या कदम उठाए?

मंत्री जुली ने कहा कि जेल में कौन रहेगा यह कोर्ट तय करता है। मैंने जब सिरोही जेल कादौरा किया था उस समय मेंने पूरा रिकॉर्ड देखा था, अब जिसे झूठा फंसाया वह जांच में पुलिस साबित करेगी।

स्पीकर ने बीजेपी विधायक को फटकार लगाई

प्रश्नकाल के दौरान स्पीकर सीपी जोशी ने चित्तौड़गढ से बीजेपी विधाायक चंद्रभान आक्या को जमकर फटकारा। आक्या ने किसानों की कर्जमाफी से जुड़ा सवाल पूछा था। मंत्री के जवाब के बाद आक्या ने शिड्यूल कमिर्शल बैंकों के कर्जमाफ नहीं करने पर सवाल पूछा तो स्पीकर ने अनुमति नहीं दी और अगले सवाल के लिए नाम पुकार लिया। आक्या ने इसके बाद भी बोलना जारी रखा तो स्पीकर सीपी जोशी ने नाराजगी जताई। स्पीकर ने आक्या को जमकर फटकार लगाते हुए कहा कि आगे से आपको एक भी सवाल पूछने की अनुमति नहीं दी जाएगी। आक्या फिर भी चुप नहीं हुए तो स्पीकर ने उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ से कहा कि इस तरह नहीं चलेगा, इस तरह के बर्ताव को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।


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yhfee@chitthi.in, 10 June 2023

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