New Delhi: सुरक्षा एजेंसियों ने जताया शक; Amritpal Singh को भिंडरावाले 2.0 के रूप में बढ़ावा देने के ISI कर रहा फंडिंग

New Delhi: सुरक्षा एजेंसियों ने जताया शक; Amritpal Singh को भिंडरावाले 2.0 के रूप में बढ़ावा देने के ISI कर रहा फंडिंग

सुरक्षा एजेंसियों को संदेह है कि खालिस्तानी नेता और वारिस दे पंजाब के प्रमुख अमृतपाल सिंह को सोशल मीडिया पर भिंडरावाले 2.0 के रूप में प्रचारित करने के लिए पाकिस्तान की इंटर-सर्विस इंटेलिजेंस (आईएसआई) से फंडिंग मिल रही है। जरनैल सिंह भिंडरावाले अलग सिख राष्ट्र खालिस्तान के समर्थक था। 1984 में ऑपरेशन ब्लूस्टार के दौरान सेना ने उसे मार गिराया था। यह जानकारी अमृतपाल सिंह के सहयोगी लवप्रीत सिंह तूफान की गिरफ्तारी को लेकर अजनाला में उनके समर्थकों और पंजाब पुलिस के बीच हुई झड़प के कुछ दिनों बाद आई है।

तलवारों और बंदूकों से लैस समर्थकों ने पुलिस बैरिकेड्स तोड़ दिए और अजनाला पुलिस थाने पर धावा बोल दिया। पुलिस ने दावा किया कि प्रदर्शनकारियों ने गुरु ग्रंथ साहिब को ढाल के रूप में भी इस्तेमाल किया। वारिस पंजाब डे के नेता अमृतपाल सिंह और उनके समर्थकों से बातचीत के बाद पंजाब पुलिस ने लवप्रीत सिंह तूफान को रिहा करने का फैसला किया। दमदमी टकसाल सहित कुछ धार्मिक संगठनों के अलावा, कांग्रेस ने भी अजनाला की घटना में अमृतपाल सिंह के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करने के लिए पंजाब सरकार की आलोचना की है।

पंजाब में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने की कोशिश में आईएसआई  

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने भी अजनाला की घटना की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है जिसमें गुरु ग्रंथ साहिब को अजनाला पुलिस स्टेशन ले जाया गया था। आईएसआई समर्थित खालिस्तानी आतंकवादी समूहों द्वारा आतंकवाद को पुनर्जीवित करने और पंजाब में सांप्रदायिक वैमनस्य फैलाने की कोशिश करने पर हाल के दिनों में खुफिया अलर्ट जारी किए गए हैं।


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yhfee@chitthi.in, 10 June 2023

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