हरदोई में पिछले 150 सालों से रावण दहन फाल्गुन माह में किया जाता रहा है। पूरे देश में रावण का दहन दिवाली और दशहरे के वक्त होता है, लेकिन हरदोई में रावण दहन होली से ठीक पहले होता है। इस कड़ी में देर शाम को पहले रावण दहन का मंचन वृंदावन से आये कलाकारों द्वारा किया गया।
जमकर आतिशबाजी हुई और चरकुला नृत्य का आयोजन के बाद रावण दहन हुआ। कार्यक्रम में हरदोई सदर सांसद जयप्रकाश रावत मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहे। हरदोई के नुमाइश मैदान पर चल रहे नुमाइश मेले में 40 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया गया। यहां पर पिछले 150 सालों से ज्यादा समय से होली के कुछ दिन पहले रावण के पुतले का दहन किया जाता है।
फूलों की प्रदर्शनी लगाई
मेला कमेटी के अध्यक्ष रामप्रकाश शुक्ल ने बताया कि एक अंग्रेज अधिकारी ने फूलों की प्रदर्शनी लगाई थी, तब से यहां पर नुमाइश मेले की शुरुआत हुई। इस मेले में पिछले 150 सालों से रामलीला का आयोजन होता आ रहा है और होली के कुछ दिन पहले रावण के पुतले का दहन होता है। नुमाइश मेले में अलग-अलग तरह की दुकाने लगती हैं। इस मर्तबा करीब 40 फुट से ज्यादा ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया गया। रावण के पुतले के दहन को देखने के लिए भारी तादाद में भीड़ जुटी थी।
यह लोग रहे मौजूद
शहर के लोगों के मुताबिक रामलीला का ये मेला हिंदू मुस्लिम एकता और राष्ट्रीय एकता कौमी एकता का प्रतीक है। इस अवसर पर निवर्तमान पालिकाध्यक्ष सुखसागर मिश्र, मेला संयोजक कृष्ण अवतार दीक्षित, शैलेश चंद्र पांडे, संजीव अवस्थी, पीपी मिश्रा, कृष्ण दत्त शुक्ला, जितेंद्र श्रीवास्तव, महेंद्र प्रताप सिंह, सतीश शुक्ला, अमलेंद्र नाथ मिश्र, प्रियम मिश्र, अमित त्रिवेदी रानू सहित हजारों लोग मौजूद रहे।