अंकारा: तुर्की और सीरिया में 6 फरवरी को आए भूकंपों से मरने वालों की संख्या शुक्रवार को 50,000 से अधिक हो गई है. इस तबाही में हजारों की संख्या में लोग घायल हुए हैं. अलग-अलग देश के बचावकर्मी तुर्की सीरिया की सहायता के लिए अपना रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए, लोगों को 100-200 से ज्यादा घंटों के बाद मलबे से सुरक्षित निकाला गया. रॉयटर्स के अनुसार, डिजास्टर एंड इमरजेंसी मैनेजमेंट अथॉरिटी (एएफएडी) ने कहा कि भूकंप के कारण तुर्की में शुक्रवार रात मरने वालों की संख्या बढ़कर 44,218 हो गई है, वहीं सीरिया की नवीनतम घोषित मृत्यु संख्या 5,914 है. कुल मिलाकर दोनों देशों में संयुक्त मृत्यु संख्या 50,000 से ऊपर हो गई.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण-पूर्व तुर्की के कहारनमारास शहर में भूकंप पीड़ितों को दफनाने की तक जगह नहीं है. यहां शमशान भूमि के किनारे अस्थायी तंबू लगाए गए हैं ताकि ताजा खोदी गई कब्रों में ले जाने से पहले शवों को साफ किया जा सके. टेलीग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार, मृतकों को दफनाने के लिए लोग बड़ी संख्या में जुटे हुए हैं. दफनाने के अभियान का नेतृत्व करने वाले कर्मियों का कहना है कि यहां शवों की संख्या लगातार बढ़ रही है. पूरी सड़कों पर इमारतों का मलबा पड़ा है, जिसमें से लोगों के दबे शवों को अभी तक निकाला जा रहा है. तुर्की-सीरिया में अब कई दबे लोग जिंदा नहीं निकल रहे हैं, इसलिए मृतकों का आकड़ा बढ़ता जा रहा है.
सीरिया में घायलों के इलाज के लिए राहत सामग्री खत्म हो चुकी है. उत्तर-पश्चिमी सीरिया के इदलिब में केंद्रीय अस्पताल के डॉ मोहम्मद अलब्रश ने सहायता के लिए एक तत्काल अपील जारी की. अलब्रश का कहना है कि यहां के अस्पताल दवा और उपकरणों की कमी का सामना कर रहे हैं. उन्होंने अल जज़ीरा को बताया, ‘अस्पताल रोगियों से भरा है. हम रोगियों की इतनी बड़ी संख्या का सामना नहीं कर सकते. मरीजों को गंभीर चोटें आई हैं इसलिए हमें और अधिक सहायता की आवश्यकता है.’