नई दिल्ली: खेल के मैदान पर कई तरह के हादसे देखने को मिले. कई खिलाड़ियों ने जान तक गंवाई, लेकिन कई मौकों पर समय रहते उन्हें बचा भी लिया गया. ऐसा ही एक वाकया आज से 49 साल पहले हुआ. न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज एविल चैटफील्ड ने 1974-75 में टेस्ट डेब्यू किया और इसी मैच में यह घटना भी हुई. 11वें नंबर पर वे बल्लेबाजी करने उतरे. एक गेंद उनके बैट से लगकर सिर पर लगी. इसके बाद वे मैदान पर ही गिर पड़े. वे सांस तक नहीं ले पा रहे थे. हालांकि किसी तरह उन्हें बचा लिया गया. वह भी विरोधी टीम के फिजियो की मदद से.
एविन चैटफील्ड को इंग्लैंड के तेज गेंदबाज पीटर लीवर ने बाउंसर गेंद डाली. चैटफील्ड ने इस पर शॉट खेलने की कोशिश की. गेंद बल्ले का बाहरी किनारा लेती हुई उनके सिर पर जाकर लगी. गेंद लगते ही एविन चैटफील्ड मैदान पर गिर पड़े और बेहोश हो गए. वे सांस नहीं ले पा रहे थे. इंग्लैंड के फिजियो बर्नार्ड थॉमस दौड़कर मैदान में पहुंचे. उन्होंने खिलाड़ी के सीने को दबाया और उनके मुंह में सांस भरी. इसके बाद चैटफील्ड को होश आ गया. इस दुर्घटना के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और लगभग 14 साल तक इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना जलवा दिखाया.
800 से अधिक विकेट लिए
72 साल के एविन चैटफील्ड फर्स्ट क्लास और लिस्ट-ए क्रिकेट में 800 से अधिक विकेट लेने में सफल रहे. उन्होंने न्यूजीलैंड की ओर से 43 टेस्ट और 114 वनडे के मुकाबले खेले. इस तेज गेंदबाज ने टेस्ट में 123 जबकि वनडे में 140 विकेट अपने नाम किए. फर्स्ट क्लास क्रिकेट की बात करें, ताे चैटफील्ड ने 587 विकेट लिए. 27 बार 5 विकेट झटके. लिस्ट-ए में उनके नाम 222 विकेट हैं.
चिप्स तक बेचने पड़े
हालांकि इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास के बाद उन्हें निजी जिंदगी में दुख उठाना पड़ा. उन्हें नौकरी तक करनी पड़ी. वे चिप्स बेचने वाले स्टोर तक में हाथ में आजमा चुके हैं. कुछ समय के लिए उन्होंने लोकल टीम को कोचिंग भी दी, लेकिन यहां भी वे अधिक दिन तक नहीं रह सके. कोरोना के समय उन्होंने कैब भी चलाई.