जिस तरह हम सालों से फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं उसी तरह हम उसे चार्ज पर लगाने का काम भी लगातार किया जाता हैं. लेकिन अभी भी 99% लोग ऐसे होंगे जो चार्जिंग के एक अहम नियम 40-80 रूल के बारे में नहीं जानते होंगे. आइए जानते हैं क्या है ये और कैसे ये बैटरी के लिए ज़रूरी है.
फोन के लिए उसकी बैटरी बिलकुल उसी तरह है, जैसे किसी इंसान के लिए उसका दिल. अगर बैटरी रुक जाए या खत्म हो जाए तो फोन किसी डिब्बे से कम नहीं होता है. फोन की देखभाल तो हम बहुत अच्छे से करते हैं, ताकि इसपर किसी तरह का स्क्रैच न आए, पानी न गिरे या फिर स्क्रीन पर कोई गंदगी न लगे. लेकिन क्या आपने कभी इसकी बैटरी को लेकर कुछ सोचा है. फोन को साथ रखने की इतनी आदत पड़ गई है, कि हम दिनभर इसका इस्तेमाल करते हैं.
जितनी देर भी हमें मौका मिलता है हम फोन उठा लेते हैं. बाद में जितनी बार हम दूसरे कामों में लगते हैं, उतनी देर के लिए हम फोन चार्जिंग पर लगा देते है. फिर यही सिलसिला चलता रहता है.
आपने अपने आसपास देखा होगा कि कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो फोन को जितनी बार इस्तेमाल करते हैं, उतनी बार चार्ज पर लगो देते हैं. लेकिन बहुत कम लोग जानते होंगे कि ऐसा करने से बैटरी पर बुरा असर पड़ता है. बैटरी लंबे समय तक ठीक रहे इसके लिए उसे सही तरीके से चार्ज करना बहुत ज़रूरी है.
बैटरी चार्जिंग के कई सही तरीके हैं, जिसमें से एक 40-80 रूल है. हो सकता है कि कभी आपने इसके बारे में सुना हो, या कहीं पढ़ा है. अगर नहीं तो आइए आज हम आपको बताते हैं कि क्या होता है बैटरी चार्जिंग का 40-80 रूल और क्यों ये ज़रूरी है.
फोन के लिए 40-80 रूल?40-80 रूल डैमेज को कम करके आपकी बैटरी के लाइफ को बढ़ाने का एक तरीका है. आसान शब्दों में कहा जाए तो यह बैटरी को 40% से कम और 80% से ऊपर चार्ज न करने के लिए होता है. 80% से ज़्यादा चार्ज करने से बैटरी लाइफ साइकल को तेजी से नुकसान होता है. एक मॉडर्न फोन बैटरी (लिथियम-आयन) की उम्र 2 - 3 साल होती है, और आम तौर पर लिथियम आयन बैटरी का लाइफ साइकल 300 से 500 चार्ज तक होती है.
ऑप्टिमाइज़ बैटरी लाइफ के लिए, आपका फोन कभी भी 40% से कम या 80% से ज़्यादा नहीं होना चाहिए. जब आपके स्मार्टफोन की बैटरी 100 प्रतिशत चार्ज हो जाती है तो वास्तव में आपके बैटरी के लिए ठीक नहीं होता है.
क्या Laptop चार्जिंग पर लागू होता है 40-80 रूल? लैपटॉप में 80% आपको बैटरी पर इसकी अधिकतम क्षमता के साथ लैपटॉप का इस्तेमाल करने की अनुमति देता है. वहीं 90-100% बैटरी की सेहत के लिए ठीक नहीं माना जाता है. 50% तक भी बैटरी को भी ठीक माना जाता है, और इससे बैटरी की लाइफ पर असर नहीं पड़ता है.