प्रयागराज: उमेश पाल मर्डर केस; अतीक गिरोह से धमकियां मिलने पर लगाई थी 20 CCTV

प्रयागराज: उमेश पाल मर्डर केस; अतीक गिरोह से धमकियां मिलने पर लगाई थी 20 CCTV

बसपा विधायक रहे राजू पाल मर्डर केस के मुख्य गवाह उमेश पाल की शुक्रवार को हत्या कर दी गई। गंभीर रूप से घायल गनर संदीप मिश्रा की भी इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं, दूसरा गनर राघवेंद्र सिंह गंभीर रूप से घायल हैं। जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। घटना के बाद उनकी पत्नी और मां ने माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ को हत्या के लिए जिम्मेदार बताया। जिसके बाद पुलिस ने जांच कर अतीक अहमद के 2 नाबालिग बेटों और उसके 1 नाबालिग दोस्त को हिरासत में लिया है।

माफिया अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ भले ही जेल में हो। मगर, शहर में उनके गुर्गे हमेशा सक्रिय रहते थे। यही कारण था कि उमेश को खुद के साथ अनहोनी की आशंका रहती थी। उमेश सुलेमसराय में रहते थे। जिसके चलते उन्होंने मकान और आस-पास 20 हाइटेक कैमरे लगवाए थे।

पूजा पाल ने भी भाई की जान को जताया था खतरा

पूजा पाल ने भी कोर्ट और पुलिस को लिखित रूप से दिया था कि उमेश पाल मेरे चचेरे भाई हैं, मेरे पति की हत्या के मामले में एक प्रमुख गवाह भी हैं। उनकी जान को खतरा है। इसी वजह से उमेश पाल को भी सरकारी गनर संदीप दिया गया था। जिसकी इस हमले में मौत हो गई। अब तक पुलिस ने पत्नी, बेटे समेत करीब 8 लोगों से पूछताछ की है।

10 लोगों के साथ चलते थे उमेश

मोहल्ले के लोगों ने बताया कि उमेश बहुत ही मिलनसार व्यक्तित्व के थे। वह हमेशा 10 समर्थक और दोस्त के साथ चलते थे। वह कहीं भी जाते तो उनके साथ दो गाड़ियां भी होती थी। मगर, शुक्रवार को वारदात के दौरान उमेश के साथ उनका ड्राइवर और गनर ही साथ में था।

पिता की मौत से अनजान थे बच्चे

उमेश पाल अपने परिवार के मुखिया थे। उनके चार बच्चे थे, जिसमें दो बेटे और दो बेटियां भी हैं। गुरुवार शाम को जब मौत की सूचना शहर में फैली तो उमेश के बच्चे और पत्नी और मां इससे अनजान थे। गली के बाहर सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंच चुके थे। मगर, गली में जो भी लोग जाते थे वह मौत के बारे में चर्चा नहीं करते थे। वहां मौजूद सगे संबंधी लोगों से यही कहते रहे कि इनके बच्चों को मौत की जानकारी नहीं है, इसलिए यहां कुछ भी न कहे।। लेकिन मां और पत्नी को मौत को आभास हो चुका था।

गवाही न देने के लिए दी जाती रही धमकी

उमेश पाल के करीबियों का कहना है कि उमेश को माफिया अतीक व अशरफ के खिलाफ गवाही न देने के लिए धमकी भी दी जाती थी। लेकिन उमेश विधायक राजू पाल की पत्नी पूजा पाल को न्याय दिलाने के लिए लगातार कोर्ट में गवाही देते रहे। यही कारण रहा कि साल 2008 में उमेश का अपहरण भी कर लिया गया था और उन्हें मारा पीटा भी गया था। इसका भी मुकदमा चल रहा था।

प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड में गनर की भी मौत, माफिया अतीक के दो बेटे और उसके दोस्त को पुलिस ने उठाया

यूपी में बसपा विधायक रहे राजू पाल मर्डर केस के मुख्य गवाह उमेश पाल की शुक्रवार को हत्या कर दी गई। गंभीर रूप से घायल गनर संदीप मिश्रा की भी इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं, दूसरा गनर राघवेंद्र सिंह गंभीर रूप से घायल हैं। हमले में पूर्वांचल के शूटरों का हाथ होने का शक है। यही वजह है कि हमलावरों को पकड़ने के लिए स्पेशल टॉस्क फोर्स की प्रयागराज, लखनऊ, गोरखपुर और वाराणसी की टीमें लगाई गई हैं। उमेश पाल के घर पर भी हमले के बाद पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। शनिवार दोपहर उमेश पाल का दाह संस्कार कराया जाएगा।


 griyrf
yhfee@chitthi.in, 10 June 2023

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