विधानसभा सत्र के 5वें दिन की शुरुआत भी हंगामेदार रही। सदन में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सदन में भाषण दिया। उन्होंने कहा- आप समाजवादी नहीं, अराजकतावादी है। इसके बाद शिवपाल यादव की अगुवाई में सपा और रालोद विधायकों ने हंगामा किया। वह वेल में आ गए। नारेबाजी करने लगे। अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि अगर वो सहयोग नहीं करते तो प्रश्नकाल की कार्यवाही रोक देंगे। इसके बाद विधायक शांत हुए। एक बार फिर सदन में प्रश्नकाल शुरू हुआ।
गमछा-तिलक पर कमेंट नहीं किया, आपको टोपी के बारे में जानना चाहिए
ब्रजेश पाठक के बयान पर शिवपाल यादव ने कहा- भाजपा वाले गमछा, टोपी-तिलक लगाते हैं, हमने कभी कमेंट नही किया। आपको हमारी टोपी के बारे में जानना चाहिए। समाजवाद की पहचान है। उन्होंने कहा- जिला अस्पताल के गेट पर दलाल बैठे हैं, छापा मंत्रीजी ने छापे बहुत मारे, बजट आधा भी खर्च कर लिया होता तो बहुत बदल जाता।
शिवपाल ने आगे कहा कि सरकार के विज्ञापनों में लगता है कि स्वास्थ्य महकमा बिल्कुल चमक गया। लेकिन, असलियत है कि स्वास्थ्य विभाग वेंटिलेटर पर है। एक्स-रे के नाम पर समय दिया जाता है। वसूली होती है। हमारे ब्लॉक में सीएचसी बनी है। 6 साल हो चुके बने। अभी तक वहां स्टॉफ नर्स, डॉक्टर, वार्डब्यॉय की नियुक्ति नहीं हुई है। कई बार हमने चिट्ठी लिखी...माननीय मंत्री छापा बहुत मारते है, दरबार भी लगा लेते हैं। अफसरों को भी बुला लेते हैं, लेकिन इसका कोई असर दिखाई नहीं पड़ता है।
शिवपाल ने कहा- मंत्री जी ने कल समाजवादियों के बारे में भी बहुत बोला। मंत्री जी पहले कांग्रेस में थे, फिर बसपा में गए, सांसद हो गए, आज डिप्टी सीएम भी बन गए। इसके जवाब में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि समाजवादी नहीं, अराजकवादी हैं। ढोंगी और नकली हैं। इसके बाद हंगामा शुरू हो गया।
केशव प्रसाद बोले- जातीय जनगणना की मांग, विशुद्ध ढोंग
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा- BJP जीत का सिक्सर लगाएगी। अखिलेश यादव की जातीय जनगणना की मांग, विशुद्ध ढोंग हैं। उन्हें न तो पिछड़ों की चिंता है, न दलितों की। उनको सिर्फ अपने कुनबे की चिंता है। BJP की लगातार जीत से, अखिलेश यादव का राजनीतिक अस्तित्व दांव पर लगा है।
अखिलेश की सत्ता में गोवंश की हत्या होती थी
उन्होंने कहा- अखिलेश इस मुद्दे पर अब जाग रहे हैं, जब वह सत्ता से बेदखल हो गए। जब सपा के समर्थन से केंद्र में सरकार चल रही थी, तब मांग क्यों नहीं की। अखिलेश की सरकार में गोवंश की हत्या होती थी। हमारी सरकार में गोवंश स्थल बनाए गए हैं। जहां पर गायों को रखा जा रहा है। हम गोवंश की गर्दन पर छुरी नहीं चलने देंगे। किसानों का नुकसान न करें हम इसका भी प्रबंध कर रहे हैं।
BJP के पास गाय-गोबर, हमारे पास किसान और यूथ के मुद्दे
सपा के मुख्य सचेतक मनोज पांडेय ने कहा-यूपी के किसानों के खेत छुट्टा जानवर चर रहे हैं। हजारों एकड़ जमीन किसानों ने मजबूरी में छोड़ दी है। मजदूरी करने के लिए किसान विवश है। युवा डिग्री लेकर टहल रहा। रोजगार नहीं मिल रहा सरकार को जनहित के मुद्दों पर सोचना चाहिए।
इस बजट में जनता के लिए कुछ नहीं था। जनगणना में अगर सारी जातियों की स्थिति सामने आ जाए तो क्या समस्या हैं? भारत का संविधान और लोकतंत्र भी यही चाहता है। बीजेपी के पास गाय और गोबर ही विषय है। हमारे पास नौजवान किसान और गरीब विषय है।
दानिश ने कहा-विपक्ष को यूपी का विकास पसंद नहीं
अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री दानिश आजाद ने सदन में कहा- सपा जनता को विकास के मुद्दों से भटकाना चाहती है। बीजेपी सरकार यूपी को विकास के पथ पर आगे ले जा रही है। विपक्ष को यूपी का विकास पसंद नहीं। योगी सरकार यूपी का विकास सुनिश्चित कर रही है।
अब आपको सदन में हुई अब की कार्यवाही बताते हैं...
20 फरवरी को संयुक्त सत्र को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने संबोधित किया था।
21 फरवरी को शोक प्रस्ताव के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई थी।
22 फरवरी को यूपी सरकार के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने 6 लाख 90 हजार करोड़ का बजट पेश किया।
23 फरवरी को नेता विरोधी दल अखिलेश यादव ने 91 मिनट तक बोलते हुए सरकार पर सवाल उठाते हुए कई मुद्दों पर जवाब मांगा है।