नई दिल्ली: भारत दौरे पर बड़ी आशाओं के साथ आई ऑस्ट्रेलियाई टीम (India vs Australia) को पहले दो टेस्ट मैचों के दौरान ही करार झटका लगा. पहले नागपुर में पैट कमिंस की टीम पारी के अंतर से हारी. इसके बाद दिल्ली टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया केवल ढ़ाई दिन भी रोहित शर्मा (Rohit Sharma) एंड कंपनी के सामने नहीं टिक सकी. इस जीत के साथ ही भारतीय टीम ने चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-0 से बढ़त बना ली है. अब इंदौर के होलकर स्टेडियम में एक मार्च को सीरीज का तीसरा मुकाबला खेला जाएगा. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल (World Test Championship 2023) में जगह बनाने के लिहाज से भारत के लिए सीरीज को कम से कम चार में से तीन मैच जीतने जरूरी थे. टीम इंडिया को अब बाकी बचे दो मैचों में केवल एक जीत जरूरी है.
पिच पर ऑस्ट्रेलियाई मीडिया का हंगामा
ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने भारत में टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए दी गई पिचों पर काफी हो हल्ला किया. ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट एक्सपर्ट्स ने यहां तक कह दिया कि जानबूझ कर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक्सट्रा स्पिन ट्रैक बनाए गए हैं ताकि भारत आसानी से मैचों को जीत सके. टॉम मूडी ने आईसीसी से मांग तक कर दी थी कि मेहमान टीम को यह अधिकार मिलना चाहिए कि वो स्वयं यह निर्णय लें वो पहले बैटिंग करना चाहते हैं या फील्डिंग.
आईसीसी ने दिल्ली-नागपुर की पिच को दी क्लीन चिट
सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड की रिपोर्ट के अनुसार आईसीसी के मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट ने दिल्ली और नागपुर की पिचों को औसत दर्जे की श्रेणी में रखा है. मूल रूप से जिम्बाब्वे के रहने वाले पायक्रॉफ्ट द्वारा दी गई इस रेटिंग से यह साफ है कि यह पिच क्रिकेट के लिए निष्पक्ष थी. इसे एक आदर्श विकेट नहीं कहा जा सकता है. ऐसे में बीसीसीआई को दोनों ही पिचों के लिए आईसीसी की तरफ से हरी झंडी मिल गई है. मैच रेफरी की रिपोर्ट ऑस्ट्रेलियाई मीडिया को करारा जवाब देती नजर आती है.
अब 4-0 से हारेंगे कंगारू!
मैच रेफरी की पिच को लेकर रिपोर्ट से यह साफ हो गया है कि आखिरी दो टेस्ट मैच के दौरान भी बीसीसीआई इसी तर्ज पर अपनी मनमर्जी से टर्निंग ट्रैक बना सकता है. पहले दोनों ही मैचों में स्टीव स्मिथ और मार्नस लैबुशेन जैसे धाकड़ ऑस्ट्रेलियाई बैटर भी भारतीय फिरकी के सामने नहीं टिक पाए. ऐसे में अगर बाकी तीन मैचों में भी पिच क्यूरेटर टर्निंग ट्रैक बनाते हैं तो ऑस्ट्रेलिया की हार इस सीरीज में तय है. यह कहना गलत नहीं होगा कि कंगारू बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 4-0 से क्लीन स्वीप का शिकार भी हो सकते हैं. अगर ऐसा होता है तो भारतीय टीम डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहले नंबर की टीम के तौर पर भी अपनी जगह बना सकती है.