ChatGPT: जब से एआई (AI) आधारित चैटजीपीटी आया है कई को लगता है कि अलादीन का चिराग हाथ लग गया है, आप बस बोलिये, काम पूरा…पर जरा ठहरिये, मासूम से दिखने वाले चैटजीपीटी की कहानी बस इतनी ही नहीं है. इसका ‘कान मरोड़ने’ पर ये आपको कंगाल भी कर सकता है, कभी बॉस तो कभी सबआर्डिनेट बन आपसे जानकारी निकालकर ये आपको दिन में तारे भी दिखा सकता है. ये महिला चैटबोट बनकर आपकी पर्सनल जानकारी भी ऐंठ सकता है. ये मिनटों में कोड लिख किसी भी सिस्टम को हैक कर सकता है. ये बहुत कुछ ऐसा कर सकता है जिससे मुसीबत खड़ी हो सकती है.
पूरी दुनिया के एक्सपर्ट इसके दुरुपयोग की आशंका को लेकर चिंतित हैं. ये डर सिर्फ डर नहीं है, बीते कुछ दिनों में ऐसी घटनाएं हुई हैं जिन्होंने संकेत दिया है कि चैटजीपीटी का दुरुपयोग शुरू हो गया है. साइबर सुरक्षा कानून पर बने अंतरराष्ट्रीय आयोग के अध्यक्ष और चैटजीपीटी पर किताब लिखने वाले पवन दुग्गल कहते हैं कि एआई आधारित चैटजीपीटी पर हंगामे के बीच हम देख नहीं पा रहे कि यह कितना नुकसान कर सकता है. इंडिया में तो हम बिल्कुल इसके खतरों को लेकर बात नहीं कर रहे हैं. हां इसको लेकर हम अंचिभित जरूर हैं. हालत ये है कि इंडिया में भी साइबर क्रिमिनल ने इसका बेजा इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है.
इससे पैदा होने वाले बड़े खतरे
फंसाने में– बेहतरीन एआई चैटबोट के माध्यम से किसी को फंसाने के लिए बहुत ही उम्दा संदेश भी तैयार किया जा सकता है. इन संदेशों के माध्यम से लोगों के अपनी संवेदनशील जानकारी शेयर करने की आशंका है जैसे कि बैंक की लॉग इन डिटेल. इसका अंदाज ठेठ देसी भी हो सकता है क्योंकि चैटजीपीटी कई अलग-अलग भाषाओं में टेक्स्ट लिख सकता है.
बहुरूपिया बनकर- जैसा कि सबको पता है कि चैटजीपीटी के पास काफी ज्यादा डाटा और जानकारी है यह किसी व्यक्ति या संगठन का रूप धर के लोगों को किसी घोटाले में फंसा सकता है, जैसे कि किसी बहुत पुराने भूले हुए दोस्त से पैसों की मांग करना, या फिर आपके बॉस से कंपनी का पासवर्ड मांगना.
नकली खबरें- एआई लेंग्वेज मॉडल भ्रमित करने वाली झूठी जानकारी गढ़ कर लोगों की राय प्रभावित कर सकता है या फिर उन्हें नुकसान पहुंचा सकता है. उदाहरण के लिए चैटजीपीटी संदेहपूर्ण कंंटेंट या फिर पूरी नकली वेबसाइट मिनटों में बना सकता है.