विधानसभा सत्र में गुरुवार को खूब हंगामा हुआ। जातीय जनगणना को लेकर शिवपाल यादव की अगुवाई में सपा और RLD विधायकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन विधायक नहीं माने। करीब 11:35 बजे विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। करीब 12.20 बजे कार्रवाई दोबारा शुरू हुई। 2 बजे अखिलेश यादव ने बोलना शुरू किया।
अखिलेश यादव ने 90 मिनट तक सरकार पर निशाना साधा। अखिलेश ने बजट, कानपुर देहात कांड, आवारा जानवर और किसानों के मुद्दों को उठाया। कुर्सी से उठते ही अखिलेश ने कहा, बीजेपी सरकार ने राज्यपाल महोदय का बहुत समय खराब किया। एक घंटे एक मिनट खराब किया। कहा कि बजट भाषण कट पेस्ट था। जो भाषण दिया गया है, वह योजनाएं जमीन पर नहीं उतरी हैं।
आवारा जानवरों को लेकर वित्तमंत्री सुरेश खन्ना से सवाल पूछा-आप अमेरिका गए थे, वहां क्या सड़क पर आपको सांड दिखाई दिया? इतना ही नहीं, उन्होंने सीएम योगी की तरफ इशारा करते हुए कहा, इकाना में एक मैच हो खेला जाए। इसमें आप जितनी बॉल फेंकेंगे, मैं उतने छक्के मारूंगा।
आइए अब प्वॉइंट्स में अखिलेश यादव के सदन में कही गई 11 बड़ी बातें पढ़ते है
1- यूपी में बढ़ रहा इज ऑफ डूइंग क्राइम
अखिलेश यादव ने कहा कि कानपुर देहात में प्रशासन ने काम किया होता, तो मां-बेटी की जान नहीं गई होती। बुलडोजर चला दिया गया, ये काम है। बुलडोजर के दिमाग नहीं होता है। कानपुर देहात में बुलडोजर चलाने का फैसला किसका था। चलाने वाले ने कैसे फैसला लिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सवाल पूछते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि आपको कौन रोकता है अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने से? जीरो टॉलरेंस की बात करते हैं, लेकिन हर रोज घटनाएं हो रही हैं, कन्नौज में एक मुस्लिम नौजवान से मंदिर में मांस रखवा दिया जो बीजेपी का कार्यकर्ता था, रायबरेली में दलितों की पिटाई हुई, जौनपुर में सभासद को गोली मार दी, ये जीरो टॉलरेंस है?
2– किसी और प्रदेश में जानवरों की वजह से जान नहीं जाती
अखिलेश ने कहा कि वित्त मंत्री अमेरिका गए थे। वहां क्या सांड़ दिखाई दिया आपको? मैं जा रहा था। सांड सड़क पर थे। मैंने वीडियो बनाई। सांड की वजह से कई महत्वपूर्ण लोगों के एक्सीडेंट हो गए। सीएम दफ्तर के अफसर के परिवार के सदस्य का ऐक्सिडेंट हुआ, मौत हो गई। यूपी में सबसे ज़्यादा जान जा रही है। कई लोगों की जान नहीं बचाई जा सकी। मैं खुद देखा हूं। खुद मैं बचा हूं। जानवरों की वजह से कितनों की जान गई। हम टेबल करेंगे और 10 लाख की मदद की मांग करेंगे।
3- किसी लोक गायिका पर नोटिस दे देंगे...
नेहा सिंह राठौर को नोटिस भेजने पर अखिलेश यादव ने कहा कि यह सरकार किसी को अपने खिलाफ बोलते हुए स्वीकार नहीं कर सकती है, सरकार का टेंपल रन डीजीपी हो और जाति के आधार पर पोस्टिंग होती हो तो क्या उम्मीद कर सकते हैं, एक राज्य में मां-बेटी को जिंदा जला दिया जाए तो किसी लोक गायिका पर नोटिस दे देंगे... यही काम कर सकते हैं। आपको तो खुश होना चाहिए कि लोक गायिका ने गीत गाया, यूपी में का बा। मेरी किताब छपी, जिसमें कार्टून थे। मेरे खुद के.. लेकिन मैं कार्टून नहीं हूं।
4- पवन खेड़ा के साथ हुआ वो निंदनीय
अखिलेश यादव ने कहा कि कांग्रेस नेता पवन खेड़ा के साथ जो किया गया वो निंदनीय है। इस तरह की कार्रवाई तब की गई जब वो विमान में बैठने जा रहे थे। ये बीजेपी की कोई नई रणनीति नहीं है क्योंकि जब मैं प्रयागराज जाना चाहता था तब इन्होंने मुझे भी विमान में चढ़ने नहीं दिया था। BJP कानून नहीं मानती।
5-इन्वेस्टमेंट वाली वेबसाइट ही नहीं खुल रही
अखिलेश यादव ने इनवेस्टर्स मीट पर सवाल उठाए। अखिलेश ने कहा कि इन्वेस्टमेंट वाली वेबसाइट ही नहीं खुल रही, भारत ने जीरो बनाया, बीजेपी आगे लगाती जा रही है। पहले जो इन्वेस्टर मीट किया, उनमें 4 लाख करोड़ के एमओयू कितने जमीन पर उतरे, सरकार बताए। सरकार के मंत्रियों में एक डेलिगेशन यूनाइटेड स्टेट्स गया और एमओयू कर आए। बाद में पता चला वो कोई यूनिवर्सिटी ही नहीं, जिससे एमओयू कर आये थे। उन्होंने कहा कि नेता सदन से कहना चाहूंगा कि उस डेलिगेशन को फिर से भेजिए यूनाइटेड स्टेट्स और तब तक न आये जब तक काबिल यूनिवर्सिटी न मिले।
6- बिहार में हो सकती जातीय जनगणना तो उत्तरप्रदेश में क्यों नहीं
अखिलेश ने कहा कि जब बिहार में जातीय जनगणना हो सकती है तो तो उत्तरप्रदेश में क्यों नहीं हो सकती। दक्षिण भारत के बड़े नेता भी चाहते हैं। हमारी मांग है कि जातीय जनगणना होनी चाहिए। आप अगर जातीय जनगणना के खिलाफ हैं, तो आउटसोर्सिंग के खिलाफ क्यो नहीं ? बजट में आप डेटा सेंटर बना रहे हैं, तो फिर क्यों जातीय जनगणना नहीं होनी चाहिए। ओपी राजभर से अखिलेश यादव ने पूछा– आप जाति जनगणना चाहते हैं। ओपी राजभर ने कहा- बिलकुल हम चाहते है। मंत्री संजय निषाद से अखिलेश यादव ने पूछा-- आप जातीय जनगणना चाहते तब संजय निषाद ने कहा कि विसंगतियां दूर होनी चाहिए न हम पिछड़े है न दलित है।
7- वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के लिए क्या बजट है
अखिलेश ने सवाल किया कि वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के लिए क्या बजट है। कार्पेट का एक्सपोर्ट बढ़ा? उन्होंने कहा कि अगर वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट पर काम हुआ होता तो कुछ ग्रोथ दिखाई पड़ता। एग्रीकल्चर ग्रोथ लगातार नीचे जा रही है। डेयरी के लिए क्या कर रहे आप? नया कौन सा प्लांट लगवाया। पराग के लिए क्या कर रहे हैं आप। कन्नौज में हमने काउ मिल्क प्लांट लगवाया था, क्या स्थिति है, सरकार ने क्या कर दिया।
8- एक्सप्रेस वे डिजाइन न करते तो हरक्यूलिस नहीं उतर पाता
अखिलेश यादव ने कहा कि एक्सप्रेस वे पर अगर समाजवादियों ने इस तरह का डिजाइन नहीं किया होता तो प्रधानमंत्री जी का हरक्यूलिस वहां नहीं उतर पाता। समाजवादियों के एक्सप्रेस वे केवल शहरों को जोड़ने के लिए ही नहीं, गांवों को भी जोड़ना था, लेकिन सरकार ने एलाइनमेंट बदल दिए। गंगा एक्सप्रेस वे भी इनकी नहीं बहुजन सरकार की थी। देश के दूसरे प्रदेशों को एक्सप्रेस वे को केंद्र पैसा दे रहा, लेकिन यूपी को क्यों नहीं।
9 – नेता सदन गोरखपुर में नाला नहीं बनवा पाए
अखिलेश ने कहा कि इकाना के स्टेडियम में नेता सदन हाथ ऊपर करते हुए जा रहे थे। वो कहना चाहते थे कि ये स्टेडियम हमने नहीं बनाया। सपा ने बनाया। उन्होंने कहा कि जब मैंने नाले का बजट देखा, तो दुख हुआ कि बताओ नेता सदन गोरखपुर में नाला नहीं बनवा पाए। एक स्टेडियम ही बनवा लेते। गोरखपुर में एक अंतर राष्ट्रीय मैच कराने लायक स्टेडियम बनवा लेते। सैफई में स्विमिंग पुल है। वहां हमारे बच्चे नहीं जाते हैं। दूर-दूर के शहरों के बच्चे जाते हैं। जो बच्चे उसमें स्विमिंग करना चाहते है, वो आपके घरों के बच्चे हैं। नेता सदन भी उसमें नहाने आ सकते हैं, हम विश्वास दिलाते हैं कि हम सपा वाले नहीं जाएंगे।
10- किसानों का 14 दिन में भुगतान कहां हो रहा
अखिलेश ने कहा कि पुलिस के रिक्त पदों को भरने का संकल्प पत्र में जिक्र था, उसका क्या हुआ? गन्ना किसानों का 14 दिन में भुगतान कहां हो रहा है, जरा बताएं। अधिकारी किसानों को गोल-गोल घुमा रहे हैं। बुलडोजर उन अफसरों पर क्यों नहीं चढ़ा रहे हैं। 20 हजार करोड़ का किसान सिंचाई फंड कहां है? किस तरह से किसानों की आय दोगुनी होगी। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने कहा कि आवारा पशु सड़क पर नहीं होंगे। मुझे लगता है कि दिल्ली और लखनऊ का तालमेल नहीं बन रहा। जो दिल्ली से कहा जाएगा, वो लखनऊ वाले नहीं करेंगे।
11– यूपी के पास नहीं परमानेंट डीजीपी
अखिलेश ने कहा कि कौन सी सड़क गड्ढा मुक्त हुई है? नेता सदन कहते हैं कि जीरो टॉलरेंस पॉलिसी अपनाई गई। एक बात बहुत बताई गई राज्यपाल के अभिभाषण में। ये कहा गया कि यूपी में सभी चीजों में नंबर वन है। एक रिपोर्ट दिखाते हुए उन्होंने कहा कि नेता सदन इस रिपोर्ट का पढ़े, क्योंकि अधिकारी आपको गुमराह कर रहे हैं। इस रिपोर्ट में यूपी 16वें नंबर पर खड़े हैं। अखिलेश ने कहा, मैं पुलिस मुख्यालय गया तो 12 बजे तक पुलिस सो रही थी। यूपी के पास परमानेंट डीजीपी ही नहीं है। परमानेंट डीजीपी नहीं होगा तो लॉ एंड ऑर्डर कैसे सुधरेगा।
अखिलेश ने कहा-यूपी खुशहाली पर, तो देश खुशहाली पर
अखिलेश यादव ने कहा-यूपी खुशहाली के रास्ते पर जाएगा। ताे देश भी खुशहाली के रास्ते पर जाएगा। यूपी का बजट कॉपी पेस्ट बजट था। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री सामने बैठे है, देखकर एक शेर याद आ गया। उनकी तुकबंदी ठीक नहीं थी।