गहलोत बोले- गजेंद्र संजीवनी घोटाले की एसओजी जांच में दोषी: कहा- शेखावत बेकसूर हैं तो गरीबों को पैसा दिलवाने आगे क्यों नहीं आते?

गहलोत बोले- गजेंद्र संजीवनी घोटाले की एसओजी जांच में दोषी: कहा- शेखावत बेकसूर हैं तो गरीबों को पैसा दिलवाने आगे क्यों नहीं आते?

संजीवनी क्रेडिट कॉपरेटिव सोसाइटी के घोटाले में सीएम अशोक गहलोत और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है।

एक दिन पहले गजेंद्र सिंह शेखावत ने गहलोत पर हमला बोलते हुए उन पर राजनीतक हत्या करने के लिए चरित्र हनन करने का आरोप लगाया।

अब गहलोत ने गजेंद्र सिंह पर पलटवार करते हुए दावा किया है संजीवनी घोटाले के बाकी दोषियों की तरह ही गजेंद्र सिंह के खिलाफ भी जुर्म साबित हो चुका है।

सीएम अशोक गहलोत ने शेखावत पर निशाना साधते हुए कहा- केंद्रीय मंत्री संजीवनी को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड घोटाले के मामले में जनता को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं।

स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) की जांच में दूसरे गिरफ्तार किए जा चुके अभियुक्तों के समान धाराओं में ही उनके ऊपर जुर्म प्रमाणित हो चुका है।

वो स्वयं इस बात को अच्छे से जानते हैं। सिंह जानते हैं कि 1 लाख से ज्यादा पीड़ितों की जिंदगीभर की जमापूंजी के करीब 900 करोड़ से ज्यादा की रकम को संजीवनी सोसाइटी ने लूटा है

संजीवनी घोटाले के आरोपियों की प्रोपर्टी तक अटैच नहीं की है

गहलोत ने कहा- इस मामले में प्रोपर्टी अटैच करने के अधिकार SOG के पास ना होकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) के पास हैं।

SOG ने पिछले दो साल में ED को 5 बार संजीवनी सोसाइटी से जुड़ी प्रोपर्टी अटैच करने का आग्रह किया है।

इसके बावजूद देशभर में विपक्षी नेताओं के घर छापे मारने वाली ED ने अभी तक संजीवनी घोटाले के आरोपियों की प्रोपर्टी तक अटैच नहीं की है।

गजेंद्र बेकसूर हैं तो गरीबों को पैसा दिलवाने आगे क्यों नहीं आते?

गहलोत ने गजेंद्र सिंह पर निशाना साधते हुए कहा- आप खुद केंद्रीय मंत्री हैं, यदि आप बेकसूर हैं तो गरीबों का पैसा वापस दिलवाने के लिए आगे क्यों नहीं आते?

सेंट्रल रजिस्ट्रार ने इस मामले में एक लिक्विडेटर नियुक्त किया है, लेकिन वो तब ही पीड़ितों का पैसा लौटा पाएगा जब संजीवनी सोसाइटी की प्रोपर्टी अटैच होकर वहां से पैसे की रिकवरी होगी। केंद्र सरकार को इस मामले में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए जिसमें राजस्थान सरकार पूरा सहयोग करेगी।

घोटाला पीड़ितों का दर्द सुनकर मैं भावुक हो गया , साहस है तो उनकी बातें सुने गजेंद्र सिंह

गहलोत ने कहा— संजीवनी घोटाला पीड़ित संघ के लोग करीब 6 महीने पहले जयपुर में मुख्यमंत्री निवास पर और दो दिन पहले जोधपुर सर्किट हाउस में मुझसे मिले थे।

उनकी बातें सुनकर मैं भी भावुक हो गया कि किस प्रकार उन्हें झांसे लेकर उनकी मेहनत की जमा पूंजी लूटी गई। कई पीड़ितों के तो करोड़ों रुपए इस घोटाले में डूब गए हैं।

मेरे पास सभी पीड़ितों की बातों की वीडियो रिकॉर्डिंग है जिसमें उनका दर्द फूट रहा है। अगर नैतिक साहस है तो गजेंद्र सिंह को उनकी बातें सुननी चाहिए और समझना चाहिए कि उन्होंने कितना बड़ा अपराध किया है।

केंद्रीय मंत्री होने के नाते ED से अभी तक कार्रवाई क्यों नहीं करवा पाए? इसका जवाब जनता को देना होगा। राजस्थान सरकार पीड़ितों को इंसाफ सुनिश्चित करने के लिए लगातार ED से संपर्क साधेगी।

शेखावत ने कहा था- मेरी राजनीतिक हत्या करने के लिए सीएम चरित्र हनन में जुटे

गजेंद्र शेखावत ने एक दिन पहले ही गहलोत के आरोपों पर जवाबी हमला बोला था। शेखावत ने कहा कि सीएम मेरी राजनीतिक हत्या करने के प्रसास के तहत मेरा ​चरित्र हनन कर रहे हैं।

संजीवनी मामले में एसओजी ने तीन तीन चार्जशीट पेश कर दी, मेरा या मेरे परिवार का कहीं नाम तक नहीं है। फिर भी मुख्यमंत्री ने मुझे अभियुक्त कहा। गजेंद्र सिंह देर शाम जयपुर में प्रदेश बीजेपी मुख्यालय में मीडिया से बातचीत कर रहे थे।

संजीवनी का मुख्य अभियुक्त कांग्रेस टिकट मांग रहा था

गजेंद्र सिंह ने कहा संजीवनी क्रेडिट सोसाइटी में अभियुक्त कौन है? इस मामले में मुख्य अभियुक्त को कांग्रेस बाड़मेर के पचपदरा से चुनाव लड़ाने की जुगत में थी।

संजीवनी सोसाइटी के रजिस्ट्रेशन से लेकर उसे मल्टी स्टेट करा लाइसेंस तक कांग्रेस राज में मिला। सीएम ने मेरी राजनीतिक हत्या करने का प्रयास किया और सार्वजनिक रूप से चरित्र हनन का अभियान चलाया।


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yhfee@chitthi.in, 10 June 2023

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