राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी के वरिष्ठ नेता रहे गुलाबचंद कटारिया बुधवार को असम के राज्यपाल की शपथ लेंगे। कटारिया शपथग्रहण समारोह से एक दिन पहले मंगलवार दोपहर को गुवाहाटी के लिए रवाना हुए। कटारिया अपनी पत्नी अनिता कटारिया के साथ डबोक एयरपोर्ट पहुंचे जहां से शुभ मुहूर्त में 12.15 मिनट पर असम के स्टेट चार्टर से रवाना हुए। इस दौरान एयरपोर्ट पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उन्हें विदा किया। टेक ऑफ करने से पहले कटारिया भी भावुक हो गए।
कटारिया ने कहा कि मेवाड़ ने जो प्यार दिया है, वो हमेशा याद रहेगा। इसी के साथ पीएम मोदी और पार्टी नेतृत्व ने राष्ट्र निर्माण के लिए मुझ पर विश्वास जताया है, उसका आभारी रहूंगा। उन्होंने कहा कि मेवाड़ से जुड़ी यादें कभी नहीं भूल पाऊंगा। कटारिया को विदाई देने पहुंचे शहर जिलाध्यक्ष रविंद्र श्रीमाली के साथ प्रमोद सामर, भंवरसिंह पंवार, किरण जैन, गजपाल सिंह समेत सभी कार्यकर्ताओं की आंखों में आंसू थे। वही गोवाहाटी में शपथ ग्रहण के लिए 100 से ज्यादा कटारिया के करीबी मित्र, रिश्तेदार और पार्टी नेता भी शामिल होंगे।
सबकी आंखों में कटारिया के राज्यपाल बनने की खुशी और मेवाड़ छोड़कर जाने का गम साफ दिखाई दे रहा था। कार्यकर्ताओं ने कटारिया को हनुमान जी की गदा भेट की, इसके बाद सभी कार्यकर्ताओं ने कटारिया को उपरणा ओढ़ा कर विदा किया। इस मौके पर शहर जिलाध्यक्ष रविन्द्र श्रीमाली ने कहा कि कटारिया जी ने जाते-जाते हमे जो टिप्स दिए हैं उसी आधार पर अब मेवाड़ में भाजपा की रणनीति तय करेंगे।
उन्होंने बताया कि कटारिया ने सभी को साथ लेकर चलने का एक मूल मंत्र दिया है, पार्टी चाहे किसी को भी टिकट दे लेकिन कटारिया जी द्वारा दिए गए मूल मंत्र के आधार पर ही मेवाड़-वागड़ में बीजेपी को मजबूत करने में लगे रहेंगे।