केंद्रीय एजेंसियों के द्वारा लगातार छापेमारी की जा रही है। हालांकि, विपक्ष जबरदस्त तरीके से इस को लेकर केंद्र सरकार पर हमलावर है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी भाजपा शासित केंद्र सरकार पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया था। अब इसी को लेकर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की ओर से पलटवार किया गया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ हमारी जीरो टॉलरेंस की नीति है। अशोक गहलोत के बयानों की आलोचना करते हुए शेखावत ने कहा कि भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति है। इसके चलते कुछ लोगों में हड़कंप मच गया है।
शेखावत ने साफ तौर पर कहा कि ऐसा बयान देकर मुख्यमंत्री ध्यान भटकाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अगर मैं एजेंसियों के दुरुपयोग की बात करता हूं तो शायद राजस्थान में ऐसा दुरुपयोग कहीं और नहीं हुआ है...जिन लोगों ने एजेंसियों का दुरुपयोग किया है वे इस तरह के सवाल उठाते हैं तो मुझे लगता है कि यह बेमानी है। दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय ने खनन मामले में छत्तीसगढ़ में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर सोमवार को छापेमारी की थी। तलाशी में विभिन्न कांग्रेस नेताओं के आवासीय और कार्यालय परिसर शामिल थे। इसी को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने अपनी आलोचना की थी।
राजस्थान के मुख्यमंत्री ने कहा था कि यह दुर्भाग्य की बात है। हम 2014 से लगातार देख रहे हैं कि ED, IT और CBI का गलत इस्तेमाल हो रहा है. स्थिति गंभीर होती जा रही है। उन्होंन कहा कि जब भी किसी राज्य में चुनाव होते हैं तो ईडी और सीबीआई के छापे पड़ते हैं। कांग्रेस अधिवेशन से पहले इस तरह की कार्रवाई निंदनीय है। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कहा था कि पार्टी के अधिवेशन से ठीक पहले यह क्या आवश्यकता है? जिस मामले का वे उल्लेख कर रहे हैं, वे इसे एक या दो महीने पहले या बाद में कर सकते थे। अगर वे इसे कन्वेंशन से ठीक पहले कर रहे हैं तो यह क्या कहता है?