तुर्की (Turkey) और सीरिया (Syria) में 6 फरवरी को आए विनाशकारी भूकंप (Earthquake) ने खूब तबाही मचाई. मरने वालों की संख्या रविवार को 46 हजार के पार चली गई. तुर्की आपदा और आपातकालीन प्रबंधन प्रेसीडेंसी (AFAD) का कहना है कि तुर्की और सीरिया में विनाशकारी भूकंप के लगभग दो सप्ताह बाद अधिकांश प्रांतों में खोज और बचाव अभियान को समाप्त कर दिया गया है. अकेले तुर्की में मरने वालों की संख्या 40,642 है. सरकार के खिलाफ यहां लोगों में काफी नाराजगी है
न तो तुर्की और न ही सीरिया ने यह बताया है कि भूकंप के बाद कितने लोग अब भी लापता हैं. तुर्की में अभी भी लोग अपने रिश्तेदारों की वापसी की प्रतीक्षा कर रहे हैं. प्रतीक्षा कर रहे परिवार के अंदर सरकार के खिलाफ भयंकर गुस्सा है. वह इस तबाही के लिए भ्रष्ट निर्माण प्रथाओं और त्रुटिपूर्ण शहरी विकास को जिम्मेदार मानते हैं.
यहां हजारों घर और दुकान मलबे में बदल चुके हैं. लोगों का व्यवसाय खत्म हो चुका है. इस कारण लोगों में लगातार गुस्सा बढ़ रहा है. भूकंप के बाद सरकार की प्रतिक्रिया और तैयारी के खिलाफ आक्रोश बढ़ता जा रहा है. तुर्की में बहुत से लोग अपनी हताशा व्यक्त कर रहे हैं. लोगों को लगता है कि सरकार ने बचाव अभियान निर्ममता की हद तक धीमी गति से चलाया है.
इसके साथ ही कई लोगों को यह भी शिकायत है कि बचाव दल को कई क्षेत्रों में पहुंचने में समय लगा. भूकंप और उसके बाद के झटकों से प्रभावित क्षेत्र 10 प्रांतों तक फैला हुआ है. भूकंप के कारण यहां की सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई थीं. जिस कारण बचाव दल सही समय पर पहुंच नहीं पाए. इसके अलावा अगर पहुंचा भी तो बहुत ही कम संसाधनों के साथ.
हालांकि, तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने स्वीकार किया कि प्रतिक्रिया में कमियां थीं, लेकिन यह भी सुझाव दिया कि आपदा नियति थी. इमारतों के खराब निर्माण पर ध्यान केंद्रित किया गया है. कई लोगों का मानना है कि खराब निर्माण ही उच्च मृत्यु दर के लिए जिम्मेदार है. तुर्की के एक पूर्व राजनयिक इमदत ओनर ने कहा कि उनका मानना है कि सोशल मीडिया के माध्यम से फैले वीडियो ने विशेष रूप से जनता के गुस्से में योगदान दिया है.
ट्विटर पर 1.3 मिलियन व्यूज वाले एक वीडियो में तुर्की के परिवहन मंत्री और एर्दोगन की पार्टी के एक अन्य अधिकारी को भूकंप से गंभीर रूप से प्रभावित शहरों में से एक अदियामान से भागते हुए दिखाया गया है. जब गुस्साई भीड़ ने उन पर चिल्लाना शुरू कर दिया. यहां तक कि लोगों ने अधिकारियों की कार पर मुक्का मारा.
खराब निर्माण पर सरकार ने क्षतिग्रस्त इमारतों में शामिल ठेकेदारों के लिए सौ से अधिक वारंट जारी किए हैं. जिनमें से कुछ को पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के फुटेज तुर्की मीडिया में प्रसारित किए जा रहे हैं. साल 2018 के कानून के बाद ठेकेदारों को अधिक छूट दी गई थी.