यूपी विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत हंगामेदार हुई। सत्र शुरू होते ही सपा विधायकों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। शिवपाल यादव की अगुवाई में विधायक परिसर में हाय-हाय के नारे लगाते हुए धरने पर बैठ गए। इस दौरान विधायकों की पुलिस और वहां मौजूद मार्शलों से नोकझोंक हो गई। इसके थोड़ी देर बाद राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने अभिभाषण शुरू किया। सपा और RLD विधायकों ने राज्यपाल वापस जाओ के नारे लगाए हुए वेल पर आ गए। इसी हंगामे के बीच राज्यपाल अपना अभिभाषण पढ़ती रहीं।
अखिलेश बोले-मुख्यमंत्री दूसरे प्रदेश के, उन्हें कोई लेना-देना नहीं
अखिलेश यादव ने विधानसभा पहुंचने पर मीडिया से बात की। उन्होंने कहा, डबल इंजन की सरकार है, हम याद दिलाते हैं कि वो सबका साथ, सबका विकास कहते हैं। ये जातीय जनगणना से संभव है। मुख्यमंत्री दूसरे प्रदेश के हैं, उन्हें जातीय जनगणना से कोई मतलब नहीं। आप बताइए, सपने कितने बड़े दिखा रहे हो। सड़क देखिए, सब पेड़ सूख गए। जो जैसा पहले था, वैसा दिख रहा है। ये सरकार सब बर्बाद कर रही है।
हंगामा ठीक नहीं, शांतिपूर्ण चले सदन: सीएम योगी
वहीं, योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा परिसर में मीडिया से बात की। उन्होंने कहा, हम चाहते हैं कि सदन शांतिपूर्ण तरीके से चले। सभी मुद्दों और सभी विषयों पर चर्चा हो। किसी भी तरह का हंगामा करना उचित नहीं है।
प्रदर्शन कर रहे सपा विधायकों के हाथ में तख्तियां हैं। इन पर लिखा है...पिछड़े पावे सौ में साठ, समाजवादियों ने बांधी गांठ। सामाजिक न्याय की मांग करो पूरी, जातियों की गिनती है जरूरी।
प्रदर्शन कर रहे विधायकों ने बिगड़ती लॉ एंड ऑर्डर, कानपुर में मां-बेटी के जिंदा जलने, महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
कवरेज के दौरान मीडिया कर्मियों से भी मार्शल की नोकझोंक हुई। कुछ देर बहस हुई। इसके बाद सीनियर अफसरों ने आकर मामला शांत कराया।
सीएम योगी के सदन पहुंचने से पहले मार्शलों ने सपा विधायकों को धरने से उठा दिया। इसके बाद विधायक सदन के अंदर आ गए और नारेबाजी करने लगे।
अखिलेश यादव के आवास के बाहर PAC तैनात की गई है। ऐसा क्यों किया गया? यह अभी क्लियर नहीं है।
स्वामी प्रसाद मौर्य भी विधानसभा पहुंच गए हैं। हालांकि, वह विधायकों के प्रदर्शन में शामिल नहीं हुए।
सपा विधायकों ने आरोप लगाया कि उनके साथ मार्शलों ने बदसलूकी की। धक्का-मुक्की की।
हंगामे के बीच राज्यपाल आनंदी बेन पटेल अपना अभिभाषण पढ़ती रहीं, पढ़िए उन्होंने यूपी को लेकर क्या-कुछ कहा...
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा,यूपी में गरीबों को आयुष्मान भारत का लाभ दिया गया है। सरकार ने सैनिक परिवारों को भी सम्मान दिया। अनाथ बच्चों की पढ़ाई के लिए योजनाएं लाए हैं। किसानों को सम्मान निधि दी गई है। स्वास्थ्य केंद्रों पर टेलीमेडिसिन सुविधा दी गई है। यूपी में नकल विहीन परीक्षाएं हो रही है।
6 मार्च तक चलना है सत्र, 22 को पेश होगा बजट
20 फरवरी यानी आज से शुरू हो रहा विधानमंडल का बजट सत्र 6 मार्च तक चलाने की मंजूरी दी गई है। 22 फरवरी को बजट पेश किया जाएगा। शनिवार को भी सत्र होगा। हर रोज का एजेंडा उसी दिन खत्म करना है। इसलिए सदन की कार्यवाही देर शाम तक भी संचालित की जा सकती है।
21 फरवरी यानी कल अपना दल के पूर्व विधायक स्व. राहुल प्रकाश कौल के निधन पर शोक प्रस्ताव पारित कर सदन की कार्यवाही स्थगित की जाएगी। 22 फरवरी को वित्त मंत्री सुरेश खन्ना वित्तीय वर्ष 2023-24 का बजट पेश करेंगे। 22 फरवरी से ही सदन में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा शुरू होगी। बैठक में तय किया गया कि 3 दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होगी। उसके बाद 4 दिन बजट पर चर्चा होगी।
होली के चलते 4 दिन पहले खत्म होगा सत्र
विधानसभा के सत्र संचालन का कार्यक्रम 10 मार्च तक जारी किया गया है। लेकिन, 7 और 8 मार्च को होली का अवकाश है। उसके बाद क्षेत्रों में होली मिलन समारोह शुरू हो जाएंगे। ऐसे में सदस्यों का वापस विधानसभा सत्र में शामिल होना मुश्किल होगा। लिहाजा सदन की कार्यवाही को 6 मार्च तक ही संचालित किया जाएगा। सभी दलों के सदस्यों ने इस पर सहमति दी।
सपा ने की विधायक दल की बैठक, तय हुआ एजेंडा
मुख्य विपक्षी दल सपा के विधायक दल की बैठक रविवार दोपहर पार्टी कार्यालय में हुई। सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव 7 साल के बाद विधायक दल की बैठक में शामिल हुए। प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम की मौजूदगी में विधायक दल की बैठक में सरकार को घेरने को लेकर चर्चा हुई।
भाजपा की विधायक दल की बैठक में योगी की नसीहत
वहीं, रविवार को लोक भवन में विधायक दल की बैठक हुई। सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधायकों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार की योजनाओं को धरातल पर उतारा जाए। सदन में हो रही कार्रवाई में सभी विधायक समय से पहुंचे। सदन की कार्रवाई से उन विषयों को सीखने का मौका मिलता है, जो जनता के लिए हितकर होता है।
पहली बार चाचा-भतीजे बैठेंगे अगल-बगल
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व नेता विरोधी दल अखिलेश यादव के साथ उनके चाचा शिवपाल यादव भी बैठेंगे। विधानसभा अध्यक्ष को शिवपाल यादव की सीट बदले जाने का पत्र सपा की तरफ से पहले ही दिया जा चुका है। सूत्र बताते हैं कि अखिलेश के बगल में आजम खान की सीट थी। आजम खान की सदस्यता रद्द होने की वजह से शिवपाल यादव को उनके स्थान पर सीट दिए जाने की मांग सपा ने की थी।