उत्तर प्रदेश विधानमंडल का बजट सत्र आगामी 20 फरवरी से शुरू होगा। मिली जानकारी के मुताबिक बजट सत्र 20 फरवरी से शुरू होकर 10 मार्च तक चलेगा इसमें कहा गया है कि पहले दिन 20 फरवरी को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल विधानमंडल दल के दोनों सदनों के संयुक्त अधिवेशन में अभिभाषण प्रस्तुत करेंगी। वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए बजट 22 फरवरी को पेश किया जाएगा। होली के उपलक्ष में सात से नौ मार्च तक सदन की कार्यवाही नहीं चलेगी।
क्या है बजट सत्र का पूरा कार्यक्रम पढ़िए
विधानसभा सचिवालय ने 20 फरवरी से लेकर 10 मार्च तक सदन का तिथिवार कार्यक्रम जारी कर दिया है। विधान सभा सचिवालय के विशेष सचिव बृज भूषण दुबे की ओर से जारी कार्यक्रम में 21 फरवरी को निधन की सूचनाएं ली जाएंगी।
शोक प्रस्ताव रखने के बाद विधानसभा स्थगित हो जाएगी। 22 फरवरी को 11 बजे बजट पेश किया जाएगा। इसके बाद राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हो जाएगी।
23 व 24 फरवरी को भी राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होगी।
25 फरवरी को वित्तीय वर्ष 2023-24 के आय-व्ययक पर साधारण चर्चा शुरू होगी। 26 फरवरी रविवार को बैठक नहीं होगी।
27, 28 फरवरी व एक मार्च को भी बजट पर साधारण चर्चा होगी।
दो मार्च से लेकर चार मार्च तक आय-व्ययक की अनुदान मांगों पर विचार एवं मतदान होगा। पांच मार्च रविवार के कारण बैठक नहीं होगी।
सोमवार छह मार्च का दिन भी अनुदान मांगों पर विचार व मतदान के लिए रखा गया है। सात, आठ व नौ मार्च को होली के अवकाश के कारण बैठक नहीं होगी।
इसके बाद 10 मार्च को फिर बैठक होगी। इसमें उत्तर प्रदेश विनियोग विधेयक 2023 को पास कराया जाएगा।
इस बार के बजट सत्र में कई विधेयक भी पास कराए जाएंगे। उत्तर प्रदेश शीरा नियंत्रण (संशोधन) अध्यादेश 2023 को भी सरकार सदन की मेज पर रखेगी।
लोक सभा चुनाव ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की योजनाओं पर होगा बजट
22 फरवरी को वित्त मंत्री सुरेश खन्ना वित्तीय वर्ष 2023-24 का बजट प्रस्ताव पेश करेंगे। आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सरकार करीब सात लाख करोड़ का बजट पेश कर सकती है। बजट में युवाओं, किसानों, महिलाओं और ढांचागत विकास पर फोकस होगा। साथ ही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के तहत होने वाले निवेश प्रस्तावों को लागू करने के लिए भी बजट प्रावधान सरकार की प्राथमिकता होगी। सरकार बजट प्रस्ताव में भाजपा के लोक कल्याण संकल्प पत्र के मुद्दों को भी शामिल करेगी।
विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में
सरकार जहां दूसरे बजट में अपनी उपलब्धियों और इन्वेस्टर्स समिट की सफलता को बताने की तैयारी कर रही है, वहीं विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी कर रहा है। राम चरित मानस से उठे विवाद के अलावा जातीय जनगणना व महंगाई, बेरोजगारी को विपक्ष मुद्दा बनाने की रणनीति बना रहा है। आगामी बजट सत्र काफी हंगोमदार रहने के आसार हैं।