लखनऊ सीबीआई की एंटी करप्शन ब्रांच ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में नॉर्दन रेलवे में डिप्टी चीफ इंजीनियर (निर्माण) अरुण कुमार मित्तल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। सीबीआई के निरीक्षक अमित कुमार ने तीन साल में तीस लाख रुपए की कमाई कर करीब तीन करोड़ की चल-अचल संपत्तियां अर्जित करने के सबूत मिलने के बाद यह मुकदमा दर्ज कराया है। यह मुकदमा सीबीआई ने अरुण कुमार मित्तल पर दिसंबर 2022 में निजी कंपनी के ठेकेदार सुनील कुमार श्रीवास्तव से 50 हजार से रिश्वत लेते हुए गिरफ्तारी के क्रम में किया है।
दिल्ली से लखनऊ तक के ठिकानों पर की थी छापेमारी
सीबीआई ने दिसंबर 2022 में अरुण मित्तल को रिश्वत लेते पकड़े जाने के बाद दिल्ली से लखनऊ तक के ठिकानों पर छापेमारी की थी। उसके आवास, लॉकर और बैंक खाते से एक करोड़ रुपए और लाखों के जेवरात बरामद हुए थे। सीबीआई की जांच में सामने आया कि जनवरी 2020 से दिसंबर 2022 के बीच अरुण ने अपने और परिजनों के नाम करीब 3.08 करोड़ की चल- अचल संपत्तियां अर्जित की हैं।
जबकि उसकी इस अवधि में कुल आय 30.26 लाख रुपए थी। इसमें से 20.50 लाख रुपए व्यय भी किए थे। इससे साफ है कि उसने करीब 2.98 करोड़ रुपए गैरकानूनी तरीके से अर्जित किए थे। इसके चलते सीबीआई ने चल-अचल संपत्तियों में निवेश करने की पुष्टि पर सीबीआई ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।
बैंक लॉकर में मिले एक करोड़ नगद
अरुण कुमार को गिरफ्तार करने के बाद सीबीआई ने जब आवास को खंगाला तो 36 लाख रुपए नकद मिले थे। वहीं तीन बैंक लाकर में 1.02 करोड़ रुपए नगद बरामद हुए थे। साथ ही लॉकर से 11 लाख के जेवरात, 75 लाख की एफडी और परिजनों के खातों में 20 लाख रुपए मिले थे।