उत्तर प्रदेश की सियासत में शहरों के नाम बदले की पॉलिटिक्स फिर जोर पकड़ रही है। पहले बीजेपी सांसद ने लखनऊ का नाम बदलने की मांग की। अब सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओपी राजभर ने गाजीपुर का नाम बदलने की मांग है। उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर कहा, गाजीपुर का नाम बदलकर विश्वामित्र नगर किया जाए।
राजभर ने कहा- गाजीपुर का नाम बदलने पर विचार हो
ओपी राजभर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखे पत्र में कहा- पार्टी के नेताओं ने इस पर ध्यान दिया कि गाजीपुर के पौराणिक महत्त्व में ऋषि विश्वामित्र की विशेष भूमिका रही है। इसलिए गाजीपुर का नाम बदलकर विश्वामित्र नगर किया जाए। इस संबंध में जो भी उचित कार्रवाई हो उस पर विचार किया जाए।
सुभासपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण राजभर ने कहा कि प्रधानमंत्री और सीएम योगी आदित्यनाथ ने हमारे भेजे गए पत्रों का संज्ञान लिया है। सुहेलदेव की विरासत को बचाते हुए मेडिकल कॉलेज भी खोले जा रहे हैं। इसके लिए हम उनका धन्यवाद करते हैं। हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सीएम योगी आदित्यनाथ को गाजीपुर, बहराइच जिले का नाम बदले जाने को लेकर पत्र लिखा है। जिस पर उचित कार्रवाई की जाए, यह हमारी मांग है।
मुगल काल के नाम अभी क्यों, लखनपुरी क्यों नहीं: बीजेपी सांसद ने की लखनऊ का नाम बदलने की मांग, पीएम-सीएम को लिखा पत्र
BJP सांसद संगम लाल गुप्ता ने यूपी की राजधानी लखनऊ के नाम बदलने की मांग की है। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। संगम लाल ने पत्र में कहा, मुगल काल के नाम अभी क्यों। लखनऊ लखनपुरी क्यों नहीं रखा जा सकता है। मुगल गार्डन का नाम बदला गया तो लखनऊ का नाम भी बदला जा सकता है।
प्रतापगढ़ सांसद ने लिखा, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ जिसे स्थानीय मानता के अनुसार त्रेता युग में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम ने बतौर अयोध्या नरेश श्री लक्ष्मण को भेंट किया था और उसी कारण उसका नाम लखनपुर और लक्ष्मणपुर रखा गया था। लेकिन कालांतर में 18वीं सदी में नवाब आसुफदौला ने उसका नाम परिवर्तन कर लखनऊ रख दिया था, उसी परंपरा में लखनऊ चला रहा है।