वाराणसी में BHU कैंपस में मंगलवार रात बड़ी घटना हो गई। यहां एक प्रोफेसर ने बेकाबू स्पीड से कार दौड़ाई। टक्कर लगने से 7 लोग घायल हो गए। कई गाड़ियों को भी कार ने टक्कर मारी। घटना में घायल दो लोगों को बीएचयू के ट्रामा सेंटर में एडमिट कराया गया है।
घटना के बाद आसपास के लोगों ने घेराबंदी करके कार को रोक लिया। भीड़ को देखकर प्रोफेसर ने अंदर से गेट लॉक कर दिया। इसके बाद, गुस्साई भीड़ ने कार का शीशा तोड़ दिया और प्रोफेसर को बाहर निकालकर उनकी धुनाई कर दी।
प्रोफेसर की कार से टक्कर लगने की सूचना पर BHU प्रॉक्टोरियल बोर्ड के कई लोग मौके पर पहुंच गए। उन्होंने समझा-बुझाकर लोगों को शांत कराया। कार की टक्कर से सात में से पांच लोगों को हल्की चोट लगी है। ट्रॉमा सेंटर में इलाज के बाद उन्हें छोड़ दिया गया। जबकि दो भर्ती हैं, उनका इलाज चल रहा है।
गाड़ी चलाने वाले प्रोफेसर का नाम डॉ. त्रियुगी नाथ है। वह साउथ कैंपस में कृषि विज्ञान संस्थान स्थित स्वॉइल साइंस में फैकल्टी हैं। घायलों के परिजनों ने प्रोफेसर पर ड्रिंक करके गाड़ी चलाने का आरोप लगाया है।
बताया जा रहा है कि डॉ. त्रियुगी नाथ मंगलवार शाम कैंपस स्थित पुराने पेट्रोल पंप के पास ओवरस्पीड में Eco Sport कार लेकर जा रहे थे। उन्होंने सर सुंदरलाल अस्पताल के सुपर स्पेश्यिलिटी बिल्डिंग के पीछे दो बाइक सवारों को जोरदार टक्कर मार दी। बाइक सवारों के गिरने पर प्रोफेसर ने गाड़ी रोकने की बजाए स्पीड दोगुनी कर दी।
वहीं, आगे जाकर प्रोफेसर ने रास्ते में स्कॉर्पियो समेत कई गाड़ियों को टक्कर मारी। इस दौरान एक वृद्ध तो भी धक्का लगा, जिससे वह अचेत होकर गिर गए। इसके बाद वहां पब्लिक उनकी घेराबंदी करने लगती है। इसी दौरान प्रोफेसर की कार में कुछ खराबी आती है और वह रुक जाती है।
प्रोफेसर को किया प्रॉक्टोरियल बोर्ड के हवाले
घटना के बाद घायलों के परिजन प्रोफेसर के कार का पीछा करते हैं। कार के आगे का शीशा तोड़ दिया और प्रोफेसर को बाहर निकालकर जमकर धुनाई कर दी। वहीं, उनके गाड़ी को भी काफी नुकसान पहुंचाया है। लोगों ने प्रोफेसर को प्रॉक्टोरियल बोर्ड के हवाले कर दिया।
ट्रॉमा सेंटर में चल रहा घायलों का इलाज
BHU के चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर अभिमन्यु सिंह ने कहा कि प्रोफेसर और सभी घायलों को इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर भेजवा दिया गया है। घटना की जांच कर दोषी पर कार्रवाई की जाएगी। कैंपस में तेज गाड़ी चलाने पर रोक है, इस नियम का पालन करना चाहिए। यदि आपकी गाड़ी से कोई घायल हो जाए तो पहला काम उसे इलाज दिलाना होता है।
प्रोफेसर को दिया गया हिदायत
इस पूरे मामले BHU के चीफ प्रॉक्टर प्रो. अभिमन्यु सिंह ने कहा कि दोनों पक्षों में आपसी समझौते से झगड़े सॉल्व हो गया है। हालांकि, प्रोफेसर फटकार लगाई गई है। उन्हें आगे से सवाधानी पूर्वक कार ड्राइव करने की हिदायत दी गई है। कैंपस में ओवर स्पीडिंग के दूसरे मामलों को भी लेकर सुरक्षाकर्मियों को एक्टिव किया गया है।
घायलों ने कुछ भी बोलने से किया इनकार
घायलों से जब ट्रॉमा सेंटर में इस दुर्घटना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इस मसले पर कुछ भी बात करने से इनकार कर दिया। घायलों पर दबाव डाला गया कि पुलिस FIR न होने पाए। वहीं, प्रोफेसर के रिश्तेदार भी उसे बचाने में लगे रहे। रिश्तेदारों ने बताया कि प्रोफेसर दो बदमाशों का पीछा कर रहे थे। इसलिए ये हादसा हुआ।