यूपी कैडर के IAS अफसर अभिषेक सिंह को योगी सरकार ने सस्पेंड कर दिया है। वह 82 दिन से बिना बताए ड्यूटी से लापता हैं। गुजरात चुनाव के दौरान अभिषेक सिंह को चुनाव आयोग ने प्रेक्षक बनाया था। उन्होंने ऑर्ब्जवर लिखी गाड़ी की फोटो के साथ यह जानकारी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट कर दी।
इसके बाद 18 नवंबर को चुनाव अयोग ने कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए उनको प्रेक्षक पद से हटा दिया था। बताया जा रहा है कि तब से उन्होंने ड्यूटी ज्वाइन नहीं की। वह बिना बताए ड्यूटी से लापता हैं। अभिषेक सिंह 2011 बैच के यूपी कैडर के IAS हैं।
सीएम की मंजूरी के बाद अपर मुख्य सचिव (नियुक्ति एवं कार्मिक) देवेश चतुर्वेदी ने अभिषेक के सस्पेंशन के आदेश जारी किए हैं। अभिषेक सिंह इससे पहले साल 2014 में एक दलित शिक्षक से अमर्यादित व्यवहार के आरोप में निलंबित किए गए थे। तब वह करीब डेढ़ महीने तक सस्पेंड रहे थे।
यूपी में 10 से 12 फरवरी को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट है। इसके चलते सरकार ने सभी IAS और IPS अफसरों की छुट्टी 15 फरवरी तक रद्द की हुई है। बिना सूचना दिए ड्यूटी पर न आने के चलते अभिषेक सिंह के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के आदेश भी दिए गए हैं। इस संबंध में जल्द अलग से आरोप पत्र जारी किया जाएगा।
पत्नी दुर्गा शक्ति नागपाल भी IAS
अभिषेक सिंह की पत्नी दुर्गा शक्ति नागपाल भी 2009 बैच की IAS अधिकारी हैं। वह 2019 से केंद्र सरकार के उद्योग मंत्रालय में उपसचिव पद पर पोस्टेड हैं। छत्तीसगढ़ के रायपुर की रहने वाली दुर्गा शक्ति नागपाल अखिलेश सरकार के वक्त सुर्खियों में आई थीं। नोएडा में उन्होंने खनन माफिया के खिलाफ साल 2013 में कड़ी कार्रवाई की थी।
कुछ विवाद के बाद उनको अखिलेश सरकार ने सस्पेंड कर दिया था। तब IAS एसोसिएशन ने भी इस मुद्दे पर सरकार से विरोध दर्ज कराया था।अभिषेक के पिता का नाम कृपाशंकर सिंह हैं। वह IPS अधिकारी रह चुके हैं। चाचा यूपी पुलिस में डिप्टी एसपी पद से रिटायर हैं। उनकी छोटी बहन डेंटिस्ट हैं। भाई MNC में जॉब करते हैं।
मुंबई में ACP रहे, एलबम की शूटिंग की
IAS अभिषेक सिंह का जन्म 22 फरवरी 1983 को उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में हुआ था। दिल्ली यूनिवर्सिटी से बी.कॉम की पढ़ाई की। IAS में सिलेक्ट होने से पहले मुंबई में ACP भी रहे हैं। उनकी रुचि एक्टिंग और म्यूजिक में भी है। वह लैक्मे फैशन वीक में रैंप वॉक करने के बाद भी चर्चा में आए थे।
सोशल मीडिया साइट इंस्टाग्राम पर अभिषेक सिंह के 30 लाख फॉलोअर्स हैं। वह बी प्राक के साथ दिल तोड़ के सॉन्ग में नजर आ चुके हैं। उन्होंने जुबिन नौटियाल तुझे भूलना तो चाहा... गाने में भी काम किया था। वे नेटफ्लिक्स की सीरीज Delhi Crime के सीजन 2 में भी काम किया है।
2018 में मेडिकल लीव पर गए थे अभिषेक
साल 2015 में IAS अभिषेक 3 साल के लिए दिल्ली सरकार में प्रतिनियुक्ति पर गए थे। साल 2018 में प्रतिनियुक्ति की अवधि 2 साल के लिए बढ़ाई गई। लेकिन उस दौरान वह मेडिकल लीव पर चले गए। इसके बाद दिल्ली सरकार ने उन्हें 19 मार्च 2020 को मूल कैडर यूपी वापस भेज दिया।
उन्होंने यूपी में लंबे समय तक जॉइनिंग नहीं की। 10 अक्टूबर 2022 को नियुक्ति विभाग ने उनका पक्ष मांगा तो इतनी लंबे समय तक लापता रहने का कोई उत्तर भी नहीं दिया गया। हालांकि, 30 जून 2022 को उन्होंने यूपी में जॉइनिंग की थी। इसके बाद प्रदेश सरकार ने गुजरात विधानसभा चुनाव में निर्वाचन आयोग को भेजी गई सूची में उनका नाम शामिल किया था।
फिलहाल, बिना सूचना गायब होने पर यूपी सरकार ने उनके इस कृत्य को अखिल भारतीय सेवाएं (आचरण) नियमावली-1968 के नियम-3 का उल्लंघन मानते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर राजस्व परिषद से संबंध कर दिया गया है। उन्हें निर्देशित किया गया है कि संबद्धता की अवधि में बिना लिखित अनुमति प्राप्त किए मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे।