गुब्बारा फूटने से ड्रैगन का गुस्सा पहले ही सातवें आसमान पर था, बाइडन ने आग में और घी डाल दिया

गुब्बारा फूटने से ड्रैगन का गुस्सा पहले ही सातवें आसमान पर था, बाइडन ने आग में और घी डाल दिया

अमेरिका ने अपने आसमान में उड़ रहे चीनी गुब्बारे को मार गिराया। मगर गुब्बारा फटते ही ड्रैगन का गुस्सा भी फट पड़ा। लेकिन अमेरिका को इस गुस्से की परवाह नहीं है इसीलिए उसने चीनी गुस्से की आग में घी भी डाल दिया है। हम आपको बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने चीन को साफ-साफ चेतावनी दे डाली है कि अगर चीनी हिमाकत बढ़ी तो अमेरिका सख्त कार्रवाई करेगा। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने ‘स्टेट ऑफ द यूनियन’ संबोधन में कहा, मैं चीन के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हूं, जहां वह अमेरिकी हितों को आगे बढ़ा सकता है और दुनिया को फायदा पहुंचा सकता है। उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि अगर चीन हमारी संप्रभुता के लिए खतरे उत्पन्न करता है, तो हम अपने देश की रक्षा के लिए कार्रवाई करेंगे और आत्मरक्षा के लिए जो भी जरूरी कदम होंगे, वह उठाये जाएंगे।

हम आपको बता दें कि अमेरिकी सेना ने पिछले हफ्ते अटलांटिक महासागर के ऊपर संदिग्ध चीनी जासूसी गुब्बारे को गिरा दिया है। इस कार्रवाई पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए चीन ने मंगलवार को कहा था कि वह इस मामले में ‘‘दृढ़ता से अपने वैध अधिकारों और हितों की रक्षा करेगा।’’ अमेरिका ने इस मामले को लेकर चीन पर अमेरिकी संप्रभुता और अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है।

बाइडन ने अपने भाषण में कई बार चीन का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि उनके राष्ट्रपति पद का कार्यभार संभालने से पहले कहानी यह थी कि कैसे चीन अपनी ताकत बढ़ा रहा है और अमेरिका दुनिया में पिछड़ रहा है। बाइडन ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कहा, अब ऐसा नहीं है। मैंने राष्ट्रपति शी चिनफिंग को स्पष्ट किया है कि हम प्रतिस्पर्धा चाहते हैं, संघर्ष नहीं।’’ उन्होंने कहा, मुझे कोई खेद नहीं है कि हम अमेरिका को मजबूत बनाने के लिए निवेश कर रहे हैं। अमेरिकी नवाचार, उद्योगों में निवेश और भविष्य को परिभाषित करेंगे और जहां चीन की सरकार हावी होना चाहती है। उन्होंने कहा कि हमारी उन्नत प्रौद्योगिकियों की रक्षा के लिए हम हमारे गठबंधनों में निवेश कर रहे हैं और हमारे सहयोगियों के साथ काम कर रहे हैं, ताकि उनका इस्तेमाल हमारे खिलाफ न हो पाए।’’ उन्होंने कहा, स्थिरता की रक्षा करने और आक्रामकता को रोकने के लिए हमारी सेना का आधुनिकीकरण किया जा रहा है। बाइडन ने कहा कि आज हम चीन या दुनिया में किसी और के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए पिछले कई दशकों के मुकाबले काफी मजबूत स्थिति में हैं।’’

इस बीच, चीन और अमेरिका के बिगड़ते रिश्तों के संकेत इस बात से भी मिल रहे हैं कि अमेरिका के रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय पेंटागन ने कहा है कि अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और उनके चीनी समकक्ष जनरल वेई फेंघे के बीच टेलीफोन पर बातचीत के अनुरोध को चीन ने ठुकरा दिया है। हम आपको बता दें कि अटलांटिक महासागर में दक्षिण कैरोलिना के तट पर चीन के गुब्बारे को शनिवार को गिराए जाने के बाद यह अनुरोध किया गया था। यह गुब्बारा 30 जनवरी को मोंटाना में अमेरिकी हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने के बाद कई दिनों तक महाद्वीपीय अमेरिका के ऊपर उड़ता रहा था।

दोनों देशों के बीच पहले ही कई मुद्दों को लेकर तनाव है। गुब्बारा प्रकरण के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने इस सप्ताह चीन की अपनी यात्रा को रद्द कर दिया, जिसे दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार की उम्मीद के तौर पर देखा जा रहा था। चीन का दावा है कि यह मौसम विज्ञान अनुसंधान के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला गुब्बारा था, लेकिन उसने यह बताने से इनकार कर दिया कि यह किस सरकारी विभाग या कंपनी का था। अमेरिका ने हालांकि दावा किया है कि उसके पास यह साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत हैं कि यह एक जासूसी गुब्बारा था।

पेंटागन के प्रवक्ता जनरल पैट राइडर ने कहा, शनिवार को, पीआरसी के गुब्बारे को गिराने की कार्रवाई करने के तुरंत बाद रक्षा मंत्री ऑस्टिन और पीआरसी (पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना) के रक्षा मंत्री वेई फेंघे के बीच फोन पर बातचीत के लिए अनुरोध किया गया।’’ उन्होंने कहा, हम संबंधों को जिम्मेदारी से चलाने के लिए अमेरिका और पीआरसी के बीच संचार कायम रखने की जरूरत में विश्वास करते हैं। ऐसे समय में हमारी सेनाओं के बीच संचार सेवाएं बेहद महत्वपूर्ण हैं।’’ पेंटागन के प्रवक्ता ने कहा, दुर्भाग्य से चीन ने अनुरोध स्वीकार नहीं किया। संचार सेवाएं कायम करने की हमारी प्रतिबद्धता जारी रहेगी।’’ 

इस बीच, अमेरिका ने चीन के जासूसी गुब्बारे के अवशेष उसे लौटाने से इंकार कर दिया है। अमेरिका सेना ने चीन के जासूसी गुब्बारे के अवशेषों को एकत्रित करने के अपने प्रयास तेज कर दिये हैं। अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा, ‘‘मैं इसे (गुब्बारे के अवशेष को) लौटाने की मंशा या ऐसी किसी योजना के बारे में नहीं जानता।’’ उन्होंने कहा कि अमेरिकी सेना ने समुद्र से कुछ अवशेष बरामद किए हैं और वे अब भी समुद्र में उन्हें तलाश रहे हैं। नॉर्दर्न कमांड के कमांडर जनरल ग्लेन वानहर्क के अनुसार, गुब्बारा 200 फुट की ऊंचाई पर था। इसमें अमूमन एक क्षेत्रीय जेट विमान के बराबर आकार का कई हजार पाउंड का एक पेलोड था। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव केरिन ज्यां पीयरे ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन ने सेना, खुफिया समुदाय को निर्देश दिया है कि वे गुब्बारे के बारे में सूचनाएं एकत्र करें ताकि चीन की क्षमताओं के बारे में वे ज्यादा से ज्यादा जान सकें।

जहां तक चीनी गुब्बारे पर बाइडन की प्रतिक्रिया की बात है तो आपको बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि चीन ने अमेरिकी महाद्वीप में गुब्बारों को उड़ाने का दुस्साहसपूर्ण कृत्य किया क्योंकि वह चीन की सरकार है। बाइडन ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘गुब्बारे और अमेरिका पर जासूसी करने का प्रयास कुछ ऐसा है जिसकी चीन से अपेक्षा की जा सकती है। सवाल यह है कि जब हमने चीन से पूछा कि वे क्या कर रहे हैं, तो उन्होंने इस बात से इंकार नहीं किया कि यह उनका गुब्बारा नहीं है। उन्होंने सिर्फ इसके पीछे के मकसद से इंकार किया।’’ 


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yhfee@chitthi.in, 10 June 2023

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