मूल राजस्थान के एकमात्र कांग्रेसी सांसद नीरज डांगी ने केंद्र सरकार के आम बजट में राजस्थान के किसानों को दरकिनार करने का आरोप लगाया है। डांगी ने बीजेपी की किसान चौपाल को अपने गुनाहों पर पर्दा डालने का तरीका बताया।
उन्होंने कहा कि केंद्र ने आम बजट में राजस्थान के किसानों को दरकिनार करने की कोशिश की है। ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट (ईआरसीपी) को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की बात थी। मगर राजस्थान में कांग्रेस की सरकार होने के चलते केंद्र ने भेदभाव किया है।
नीरज डांगी राजस्थान से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद हैं। राजस्थान से कांग्रेस के 6 राज्यसभा सांसद हैं। मगर नीरज डांगी को छोड़कर बाकी कोई भी राजस्थान से नहीं है। नीरज डांगी ने केंद्र सरकार के बजट को लेकर यह आरोप लगाया है कि बीजेपी 6 से 12 फरवरी तक देशभर में होने वाली किसान चौपाल को बीजेपी के किसानों पर किए गए गुनाहों पर पर्दा डालने की कोशिश बताया।
डांगी ने कहा कि ऐसा करके बीजेपी सिर्फ किसानों को गुमराह कर रही है।
फर्टीलाइजर्स पर सब्सिडी घटाई, कृषि बजट भी कम हुआ
डांगी ने आरोप लगाया कि पिछले बजट में एग्रीकल्चर सेक्टर का प्रावधान कुल बजट का 3.36 प्रतिशत था। जबकि इस बार यह घटाकर कुल बजट का 2.7 प्रतिशत कर दिया गया है। इसी तरह डांगी ने कहा कि सरकार ने किसानों को फर्टीलाइजर्स पर मिलने वाली सब्सिडी को पिछले वर्ष की तुलना में 22.2 प्रतिशत तक घटा दिया है।
इसी तरह डांगी ने कहा कि पीएम किसान सम्मान निधी योजना की लागत 2019 में 75 हजार करोड़ थी जिसे घटाकर 60 हजार करोड़ कर दिया गया है।
नीरज डांगी ने नरेगा का बजट घटाने पर भी केंद्र सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि इसके बजट में भी 30 प्रतिशत की कटौती की गई है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि किसानों की क्षतिपूर्ति के लिए मार्केट इंटरवेंशन एंड प्राइज सपोर्ट प्रोग्राम के तहत इस स्कीम में 1500 करोड़ रुपए का प्रावधान था। जिसे घटाकर मात्र 1 करोड़ रुपए कर दिया गया है।
किसान विरोध काले कानून लाई थी बीजेपी : नीरज डांगी
डांगी ने किसान आंदोलन का हवाला देते हुए बीजेपी पर आरोप लगाया कि बीजेपी किसानों के खिलाफ काले कानून लाई थी। इन कानूनों के विरोध में 700 से ज्यादा किसानों की मौत हुई थी। अब बीजेपी किसान चौपाल कर रही है।
बता दें कि किसान चौपाल को लेकर पिछले किसान आंदोलन सहित कई मुद्दों पर कांग्रेस बीजेपी का विरोध करेगी। हो सकता है कि संसद में भी कांग्रेस की ओर से इन मुद्दो को उठा जाए।