नई दिल्ली: नागपुर में 9 फरवरी से शुरू हो रहे पहले टेस्ट मैच में डेविड वॉर्नर के साथ उस्मान ख्वाजा ऑस्ट्रेलिया की तरफ से बैटिंग की शुरुआत करेंगे. बीते साल टेस्ट फॉर्मेट में खासी कामयाबी हासिल करने वाले ख्वाजा का मानना है कि रविचंद्र अश्विन एक बंदूक है. ओपनर बैटर के मुताबिक, वह बहुत कुशल हैं. गेंदबाजी में लगातार बदलाव करने के साथ वह क्रीज का बेहतर इस्तेमाल करते हैं. टेस्ट मैच का पहला दिन हो, तीसरा या चौथा, वह हमेशा खेल में बने रहेंगे और बहुत सारे ओवर फेकेंगे.
ख्वाजा ने कहा, अगर आप अश्विन के खिलाफ लंबे समय तक बैटिंग करते हैं तो वह अपनी गेंदबाजी की योजना में बदलाव कर देते हैं. वह उस तरह के इंसान नहीं हैं जो बार-बार एक ही काम करेगा. वह आपको क्रीज से बाहर निकाल आउट करने की कोशिश करेंगे. मार्निंग हेराल्ड को दिए इंटरव्यू में ख्वाजा ने कहा, इस खेल में कोई गारंटी नहीं है. हालांकि, अब हमारी बैटिंग और बॉलिंग में अधिक गहराई है. बीते 10 सालों में हमने बहुत कुछ सीखा है. पहले के मुकाबले देखें तो हम बेहतर स्थिति में हैं.
अभ्यास मैच खेलने से कर दिया था इनकार
ऑस्ट्रेलिया ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (Border–Gavaskar Trophy) की शुरुआत से पहले भारत में वार्म-अप मैच खेलने से इनकार कर दिया था. कंगारुओं ने सिडनी में टर्निंग विकेट बनाकर उन पर अभ्यास किया. भारत आने पर ऑस्ट्रेलियाई टीम ने बैंगलोर में कैंप लगाया कई स्पिनरों को बुलाकर उनके साथ अभ्यास किया. यहां तक कि अश्विन के एक्शन में बॉलिंग करने वाले उनके डुप्लीकेट को भी कैंप में लाया गया.
भारत में अभ्यास मैच न खेलने के सवाल पर उस्मान ख्वाजा ने कहा था कि वहां अभ्यास और वास्तविक मैच के लिए मिलने वाले विकेट बहुत अलग होते है. इसलिए इन पर खेलने का कोई मतलब नहीं है. उस्मान के मुताबिक, जब हम भारत में टेस्ट खेलते हैं तो विकेट स्पिनर के अनुकूल हो सकते हैं, लेकिन अभ्यास मैचों में उतरने पर वे हमें गाबा जैसे हरे विकेट देते हैं.