काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में नेत्रहीन छात्रों का धरना एक बार फिर से जोर पकड़ लिया है। नेत्रहीन छात्रा के साथ छेड़खानी के मामले में छात्र गुरुवार से ही धरने पर बैठ गए हैं। नेत्रहीन छात्रों ने आज पूरी रात कुलपति आवास के बाहर काट दी। छात्रों का कहना है कि कुलपति से बिना वार्ता किए हम नहीं उठेंगे। इन्होंने पूरी रात डफली और माइक लेकर गाना-बजाना करके बड़े ही म्यूजिकल अंदाज में विरोध-प्रदर्शन किया।
चप्पा-चप्पा गूंज पड़ेगा इंकलाब के नारों से। वाइस चांसलर बाहर आओ आदि नारों से परिसर का इलाका गूंजता रहा। इस दौरान छात्रों ने प्रशासनिक जुल्मों वाले कई लोक गीत भी गाए। इस विरोध प्रदर्शन में अब कई पूर्व छात्र भी शामिल हो गए हैं।
मिमिक्री आर्टिस्ट अभय भी पहुंचे प्रोटेस्ट में
बताया यह भी जा रहा है कि इस प्रोटेस्ट को अब सीनियर और पास आउट छात्रों ने अपने हाथ में ले ली है। वहीं, इंडियाज लाफ्टर चैंपियन फेम और मशहूर मिमिक्री आर्टिस्ट अभय कुमार शर्मा भी अब एक्टिव होकर इस धरने में शामिल हो गए हैं। अभय अपने दोस्तों के साथ पूरी रात वीसी आवास के सामने पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग करते रहे।
गुरुवार को मिला था कुलपति से मिलने का आश्वासन
धरने पर बैठे छात्रों ने कहा कि उनको गुरुवार को कुलपति से वार्ता कराने का आश्वासन दिया गया था। इसी आश्वासन पर उन्होंने 3 दिन पहले धरना खत्म किया था। मगर, गुरुवार को जब छात्र वीसी आवास पहुंचे, तो अधिकारियों ने उन्हें वापस जाने को कहा। कहा कि कुलपति अब अगले गुरुवार के बाद ही समय दे पाएंगे। शुक्रवार को वह BHU से बाहर जा रहे हैं। यह सुन छात्र भड़क उठे और वीसी आवास के सामने धरने पर बैठ गए।
लगातार छात्राओं के साथ हो रही छेडखानी
नेत्रहीन छात्र अभय ने कहा कि कैंपस में लगातार महिलाओं के साथ छेड़खानी हो रही है। दिव्यांग छात्रों की सुरक्षा के साथ काफी लापरवाही बरती जा रही है। यहां पर चीफ प्रॉक्टर बताते हैं कि दिव्यांग छात्राओं की सुनवाई के लिए कोई स्पेशिफिक परमानेंट कमेटी ही नहीं है। इसलिए, विश्वविद्यालय में एक ऐसी लीगल टीम बने जो कि छात्राओं का विशेष ध्यान दे। दिव्यांग छात्रा को न्याय और सभी अन्य छात्रों को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराई जाए। पीड़िता के लिए विश्वविद्यालय वकील की व्यवस्था करे।
जमानत पर छूट गया आरोपी
दृष्टिहीन छात्रा का आरोप है कि पुलिस अधिकारियों ने सेक्सुअल हैरेसमेंट की कड़ी धाराएं नहीं लगाईं। इससे आरोपी जमानत पर छूट गया। उसका यह भी आरोप है कि आरोपी BHU के पूर्व डीन का बेटा है। इसलिए लोग उसे बचा रहे हैं। उधर, पुलिस का कहना है कि आरोपी के ऊपर जो धाराएं लगाई गईं थीं, उसमें 7 साल से कम की सजा है। इसमें नियम यह है कि आरोपी को जमानत मिल जाती है। वहीं, छात्र गिरफ्तारी से कम कुछ भी नहीं चाहते। जमानत पर छूटे आरोपी के विरोध में नेत्रहीन छात्र-छात्राओं ने 4 दिन तक BHU में लगातार धरना दिया था। इसके बाद उन्हें आश्वासन दिया गया कि प्रोटेस्ट बंद कर दें तो उन्हें कुलपति से वार्ता कराई जाएगी। वार्ता गुरुवार को होनी थी, मगर अब तक नहीं हो सकी है। इसी को लेकर छात्र धरने पर बैठे हैं।