नई दिल्ली: एमएस धोनी (MS Dhoni) के कप्तानी की चर्चा आज भी हाेती है. वे कूल-कैप्टन के नाम से जाने जाते हैं. इंटरनेशनल क्रिकेट से भले ही उन्होंने संन्यास ले लिया है, लेकिन आईपीएल में वे अभी भी खेल रहे हैं. टीम इंडिया (Team India) के पूर्व फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने धोनी के गुस्से को लेकर बड़ा खुलासा किया है. 2014 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खराब फील्डिंग को लेकर धोनी ने ड्रेसिंग रूम में ही सभी खिलाड़ियों की क्लास लगा दी थी और कहा था कि कोई क्यों ना हो, ऐसा ही प्रदर्शन रहा तो 2015 के वर्ल्ड कप में खेलने का सपना भूल जाइए.
आर श्रीधर ने अपनी किताब कोचिंग बियॉन्ड में खुलासा किया है कि एमएस धोनी 2014 में वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज के दौरान खराब फील्डिंग से काफी नाराज थे. मामला दिल्ली में खेले गए दूसरे वनडे मैच का था. भारतीय टीम सीरीज में 0-1 से पीछे चल रही थी. धोनी ने 51 रन बनाकर टीम का स्कोर 250 के पार पहुंचाया था. जवाब में वेस्टइंडीज का स्कोर एक समय 2 विकेट पर 170 रन था. लेकिन उसने अगले 8 विकेट सिर्फ 45 रन पर खो दिए थे.
अपनी क्षमता के अनुरूप नहीं खेले
एमएस धोनी ने मैच के बाद कहा कि मुझे लगता है कि हमने मैच में काफी कुछ मिस किया. हमें अपने स्टैंडर्ड को ऊपर ले जाना होगा. हम अपनी क्षमता के अनुरूप नहीं खेले. यह हमारे लिए आंखें खोलने वाला है. हम मैच जरूर जीतने में सफल रहे, लेकिन हम हार भी सकते थे. श्रीधर ने आगे अपनी किताब में लिखा कि धोनी इसके बाद ड्रेसिंग में काफी गुस्सा हो गए और कहा कि अगर कोई भी खिलाड़ी फील्डिंग और फिटनेस में मानकों को पूरा नहीं करता है, तो वह वर्ल्ड कप में नहीं खेल सकेगा, चाहे वह कोई भी क्यों ना हो.
श्रीधर ने लिखा कि धोनी की इस बात से स्पष्ट था कि वे व्हाइट बॉल क्रिकेट में फील्डिंग को कितना महत्वपूर्ण मानते थे और टीम से कैसे प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे थे