वर्ष 2023 का बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण में पेश कर दिया है। इस बजट को देश और दुनिया भर में उत्सुकता के साथ देखा गया है। मोदी सराकर के दूसरे कार्यकाल का ये अंतिम पूर्ण बजट है जिसे वित्त निर्मला सीतारमण ने पेश किया है। इस बजट में देश के स्वास्थ्य विभाग को भी सरकार ने काफी नई सुविधाएं, योजनाएं दी है।
देश के स्वास्थ्य को सुधारने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने स्वास्थ्य के क्षेत्र के लिए भी कुछ ऐलान किए। इसमें नई योजनाओं की शुरुआत करने की बात कही गई है।
खोले जाएंगे नए लैब
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वर्ष 2023 का बजट पेश करते हुए कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई अहम सुधारों की आवश्यकता है। सरकार नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना होगी। मेडिकल कॉलेजों में अधिक से अधिक लैबों को खोलने पर भी फोकस रखा जाएगा। स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार को देखते हुए नई मशीनों को लाया जाएगा। इन लेटेस्ट टेक्नोलॉजी की मशीनों के जरिए भारत में बड़ी से बड़ी बीमारी का सफल इलाज करना संभव हो सकेगा।
बीमारियों का खात्मा करने पर जोर
वर्ष 2023 के बजट में साफ हुआ है कि सरकार देश को रोग मुक्त बनाने के लिए प्रयासरत है। वर्ष 2027 तक सरकार का जोर एनीमिया की बीमारी को पूर्ण रूप से खत्म करने पर होगा। एनीमिया खून की कमी के कारण होने वाली बीमारी है जिससे हर वर्ष कई लोगों की जान जाती है। सरकार ने ऐसे कई प्रोग्राम बनाए हैं जिसके जरिए खून की कमी को दूर किया जा सकेगा। खासतौर से बच्चों में खून की कमी को दूर करने पर भी सरकार का फोकस है।
साफ पानी-खाना होगा उपलब्ध
इस वर्ष बजट में कहा गया कि हर व्यक्ति के लिए साफ पानी और खाना भी जरुरी है। बजट में साफ पानी और साफ खाने को भी अहमियत व प्राथमिकता मिली है।
मोटे अनाज पर फोकस
मोटे अनाज के स्वास्थ्य को होने वाले विभिन्न लाभों को देखते हुए केंद्र सरकार ने इसे भी अहमियत दी है। केंद्र सरकार की प्राथमिकता के मुताबिक मोटा अनाज को बढ़ावा दिया जाएगा। साथ ही इसे लेकर होने वाली रिसर्च और रिसर्च कॉलेज बनाने पर भी जोर दिया जाएगा।