अगर आपकी उम्र 17 साल है, तो आप वोटर आईडी कार्ड के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। 18 वर्ष का होते ही आप वोट देने के हकदार हो जाएंगे। राज्य निर्वाचन विभाग ने इस साल चुनाव को देखते हुए तैयारियां शुरू कर दी हैं।
करीब 4 लाख 19 हजार ऐसे युवाओं का रजिस्ट्रेशन किया जा चुका है, जिनकी आयु अभी 18 वर्ष से कम और 17 वर्ष से ज्यादा है। 17 वर्ष की उम्र पार कर चुके युवा मतदाता कार्ड के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।
रजिस्ट्रेशन करवाने वाले जो युवा एक अक्टूबर-2023 तक 18 वर्ष के हो जाएंगे उन सभी को वोटर आईडी कार्ड जारी हो जाएंगे। उन्हें दिसंबर-2023 के विधानसभा चुनावों में वोट डालने की पात्रता हासिल हो जाएगी।
अब तक वोटर आईडी कार्ड के लिए आवेदन तभी किया जा सकता था जब किसी युवा की आयु 18 वर्ष पूरी हो जाए। किसी भी युवा को 18 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद भी मतदाता पहचान पत्र बनाने में ही एक वर्ष तक का समय लगता था।
इसके बाद अगर चार-पांच साल तक कोई चुनाव न हो, तो उसे अपना पहला मतदान करने का अधिकार तब मिलता था, जब तक उसकी आयु 24-25 वर्ष हो चुकी होती थी। अब ऐसा नहीं होगा। 18 वर्ष तक का होते ही संबंधित युवा मतदान कर सकेगा। निर्वाचन विभाग की सोच है कि कोई भी युवा जिसकी उम्र 18 वर्ष हो, उसे मतदान का अधिकार जल्द से जल्द मिलना चाहिए।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी और निर्वाचन विभाग के प्रमुख सचिव प्रवीण गुप्ता ने भास्कर को बताया कि हम कोशिश कर रहे हैं कि वे सभी युवा जिनकी उम्र 17 साल हो चुकी है, उनका बतौर मतदाता रजिस्ट्रेशन कर लिया जाए।
जब वे 18 वर्ष के हो जाएंगे, तो उन्हें उनका मतदाता पहचान पत्र जारी कर दिया जाएगा। अब तक 4.19 हजार युवा मतदाताओं ने रजिस्ट्रेशन करवा लिया है। हमें उम्मीद है कि एक अक्टूबर-2023 तक यह संख्या करीब 10 लाख तक पहुंच जाएगी।
मिसाल के तौर पर राहुल की जन्म तिथि 20 सितंबर 2005 है, तो राहुल की आयु 20 सितंबर 2022 को 17 वर्ष की हो चुकी। ऐसे में 20 सितंबर-2022 के बाद अगर राहुल ने रजिस्ट्रेशन करवा लिया है तो 20 सितंबर 2023 को 18 वर्ष का होते ही उसे मतदाता पहचान पत्र मिल जाएगा। तीन महीने बाद होने वाले दिसंबर-2023 के चुनावों में राहुल मतदान कर सकेगा।
इस तरह करवा सकते हैं रजिस्ट्रेशन
जिन भी युवाओं की उम्र 17 वर्ष हो चुकी है, वो ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीकों से मतदाता पहचान पत्र के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। इसके लिए चार तरीके हैं। दो ऑफलाइन और दो ऑनलाइन।
अपने मतदान क्षेत्र के एसडीएम कायार्लय में (ईआरओ-इलेक्शन रिटर्निंग ऑफिसर) से सम्पर्क कर सकते हैं
अपने क्षेत्रीय मतदान बूथ केन्द्र के बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) से सम्पर्क कर सकते हैं।
वोटर हेल्पलाइन ऐप (वीएचए) डाउनलोड कर, उसमें फॉर्म-6 भरकर आप रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं
नेशनल वोटर्स सर्विस पोर्टल (एनवीएसपी) पर जाकर भी रजिस्ट्रेशन करवाया जा सकता है
इससे बढ़ेगा मतदान प्रतिशत
अब तक जिन युवाओं के पहली बार मतदाता कार्ड बन चुके हैं, उनकी संख्या लगभग 20 लाख है। अब उनमें साल के अंत तक करीब 10 लाख वे युवा भी जुड़ जाएंगे जो अभी तो 18 साल के नहीं हैं, लेकिन एक अक्टूबर तक हो जाएंगे।
ऐसे में आगामी विधानसभा चुनावों में लगभग 30 लाख नए युवा वोटर होंगे। युवाओं में मतदान के प्रति आकर्षण को देखते हुए मतदान प्रतिशत के बढ़ने की उम्मीद निर्वाचन विभाग को है।
आपके मोबाइल से ही बूथ स्लिप मिल जाएगी
निर्वाचन विभाग इन दिनों यह कवायद भी कर रहा है कि नए युवा मतदाताओं के साथ ही पुराने रजिस्टर्ड मतदाताओं के मोबाइल नम्बर भी सिस्टम में जोड़ लिए जाएं। इससे चुनाव के समय मतदान केन्द्र से जुड़ी मतदाता सूची, पहचान, नम्बर आदि की जानकारी एसएमएस और वॉट्सऐप के जरिए मतदाताओं को मिल सके। मतदाता उस स्लिप का प्रिंट निकाल सकेंगे।
अभी यह स्लिप निर्वाचन विभाग के कर्मचारी या चुनाव लड़ने वाली राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ता घर-घर जाकर देते हैं। इन में कई बार विवाद की स्थिति भी सामने आती रही हैं। कभी मतदाता सूचियों में नाम गायब होने, कभी सूची ही न मिलने, कभी राजनीतिक कार्यकर्ताओं द्वारा गफलत करने से ऐसे विवाद हर चुनाव में सामने आते रहे हैं।
अब किसी भी मतदाता का सारा रिकॉर्ड उसके खुद के मोबाइल फोन में सुरिक्षत रह सकेगा। धीरे-धीरे इस सिस्टम को पुराने मतदाताओं के लिए भी लागू किया जाएगा। इसके लिए उनके मोबाइल फोन नम्बरों का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा।
रजिस्ट्रेशन में राजस्थान अव्वल
17 साल के युवाओं का रजिस्ट्रेशन करने में राजस्थान देश में अव्वल है। राजस्थान में जहां अब तक 4 लाख 19 हजार युवा रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं, वहीं राजस्थान के अलावा देश भर में यह आंकड़ा मात्र 7 लाख ही है। जल्द ही विभाग की ओर से स्कूल-कॉलेजों में इसके लिए अभियान भी चलाया जाएगा। अगर किसी काॅलोनी-सोसायटी से ऑफर मिलता है, तो वहां विभाग की ओर से कैंप भी लगाए जाएंगे।