नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट टीम बुधवार को तीसरे और आखिरी टी20 इंटरनेशनल मैच में न्यूजीलैंड (IND v NZ) से भिड़ेगी. यह मैच विश्व के सबसे बड़े अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम (Narendra Modi Stadium) में खेला जाएगा. इस मुकाबले में टीम इंडिया के टॉप ऑर्डर पर बेहतर प्रदर्शन का दबाव होगा. टी20 सीरीज के शुरुआती दो मुकाबलों में टीम इंडिया शीर्ष क्रम के युवा बैटर अभी तक उम्मीदों के मुताबिक प्रदर्शन करने में नाकाम रहे हैं. ऐसे में सभी के मन में एक ही सवाल है कि क्या तीसरे टी20 में पृथ्वी शॉ को मौका मिलेगा?
रोहित शर्मा, विराट कोहली और लोकेश राहुल जैसे अनुभवी खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में शुभमन गिल, ईशान किशन और राहुल त्रिपाठी की तिकड़ी मौकों का फायदा उठाने में असफल रही है. बुधवार को होने वाले मुकाबले के बाद भारत लंबे समय तक टी20 इंटरनेशनल मैच नहीं खेलेगा जिसके चलते युवा खिलाड़ियों के पास ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले अपनी छाप छोड़ने का अंतिम मौका है.
ईशान लगातार मौके को गंवा रहे
बांग्लादेश में दोहरा शतक जड़ने के बाद से ईशान बल्लेबाजी में लय हासिल करने में नाकाम रहे हैं जबकि टर्न होती गेंद के खिलाफ गिल को भी परेशानी का सामना करना पड़ा है. गिल वनडे फॉर्मेट की फॉर्म को टी20 में दोहराने में विफल रहे हैं. नियमित रूप से तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने वाले कोहली की गैरमौजूदगी में मिले मौकों का त्रिपाठी फायदा नहीं उठा पाए हैं. रविवार को सूर्यकुमार यादव और हार्दिक पंड्या की पारियों ने भारत बड़ी मुश्किल से 100 रन के लक्ष्य को हासिल करने में सफल हो पाया.
कुलचा की जोड़ी विपक्षी पर भारी
सीरीज की पिचें समीक्षा के दायरे में हैं और देखना होगा कि नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खिलाड़ियों को एक बार फिर स्पिन की अनुकूल पिच का सामना करना पड़ता है या नहीं. गेंदबाजी विभाग में युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव के एक साथ खेलने से भारत को विरोधी टीम पर दबाव बनाने में मदद मिली है. दूसरे टी20 में पिच से काफी मदद मिलने के बावजूद चहल से सिर्फ दो ओवर गेंदबाजी कराना काफी हैरानी भरा था जबकि इस लेग स्पिनर ने सलामी बल्लेबाज फिन एलेन को भी आउट किया था.
अर्शदीप सिंह का मनोबल बढ़ा होगा
नोबॉल से जूझने के बाद तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह लखनऊ में शानदार लय में दिखे जिससे निर्णायक मुकाबले से पहले उनका मनोबल बढ़ा होगा. इस सीरीज के साथ वापसी करने वाले पृथ्वी शॉ को खिलाने की मांग हो रही है लेकिन निर्णायक मैच में कप्तान पंड्या के अंतिम एकादश में बदलाव करने की संभावना नहीं है. दूसरी तरफ न्यूजीलैंड को अपने मध्यक्रम से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी. भारत में सीरीज जीतने की उपलब्धि न्यूजीलैंड की टीम को प्रेरित करने के लिए काफी है.