नई दिल्ली. लखनऊ में खेले गए टी20 मैच के दौरान हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) की कप्तानी वाली भारतीय टीम जैसे तैसे आखिरी ओवर में जीत दर्ज करने में सफल रही. महज 100 रनों का आसान लक्ष्य भारत के सामने था. इसके बावजूद 20वें ओवर की 5वीं गेंद पर सूर्यकुमार यादव के चौके के साथ टीम को जीत मिली. इसके साथ ही भारतीय टीम ने दो मैचों की टी20 सीरीज को 1-1 से बराबरी पर पहुंचा दिया है. इस मुकाबले में कई युवा क्रिकेटर्स का करियर भी दांव पर था. ईशान किशन लगातार ओपनिंग में फ्लॉप हो रहे हैं. राहुल त्रिपाठी भी नंबर-3 पर खुद को साबित नहीं कर पा रहे हैं. युजवेंद्र चहल की स्पिन में वो धार नहीं दिख रही जिसकी उम्मीद की जाती है.
हार्दिक ने दिया था आखिरी मौका!
इस सीरीज के दौरान बतौर कप्तान हार्दिक पंड्या के लिए भी कड़ी चुनौथी है. युवाओं से भरी टीम का नेतृत्व कर रहे हार्दिक के पास प्लेइंग-11 में अनुभव की कमी साफ नजर आ रही थी. पहले मैच में हार का कारण कहीं ना कहीं अनुभवहीन टीम ही बनी. श्रीलंका के खिलाफ चुनौती में तो हार्दिक पंड्या एक लीडर की भूमिका में कामयाब रहे थे लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ परिस्थितियां उलटी पड़ती नजर आ रही थी. अर्शदीप सिंह (Arshdeep Singh) जैसे आईपीएल स्टार इस साल की शुरुआत से ही लगातार फ्लॉप हो रहे थे. ऐसे में हार्दिक भी आगे उन्हें ज्यादा बर्दाश्त करने के मूड में नहीं थे.
अर्शदीप बार-बार कर रहे थे गलतियां
राची टी20 में भारत को शिकस्त झेलनी पड़ी तो मैच के मुजरिम अर्शदीप सिंह बने. 20वें ओवर में उन्होंने 27 रन लुटा दिए थे. इसी एक ओवर ने हार जीत के बीच अंतर पैदा किया. अर्शदीप ने अपने चार ओवर में 51 रन लुटा दिए थे. इससे पहले श्रीलंका टी20 सीरीज में अर्शदीप नोबॉल की हैट्रिक के चलते चर्चा में रहे थे. इस मैच में उन्होंने कुल पांच नोबॉल डाली, जो भारत की हार का कारण बनी थी. महज दो ओवर में ही उन्होंने 37 रन लुटा दिए थे. हालांकि उस सीरीज के आखिरी टी20 में उन्होंने तीन विकेट लेकर वापसी जरूर की थी.
न्यूजीलैंड के खिलाफ लखनऊ टी20 मुकाबला यूं तो लो स्कोरिंग रहा लेकिन इस मैच में अर्शदीप ने शानदार वापसी की. कप्तान ने कुल सात गेंदबाजों को ट्राय किया. अर्शदीप को केवल दो ओवर डालने को मिले. उन्होंने इन दो ओवरों में महज सात रन देकर दो विकेट चटकाकर दिए. इस दो ओवरों के स्पेल के कारण ही वो कप्तान हार्दिक पंड्या का भरोसा बनाए रखने में कामयाब रहे. अर्शदीप के लिए यहां से छोटी सी चूक करियर खत्म करने का कारण बन सकती थी.