Pakistan Crisis: पाकिस्तान इस समय अपने सबसे बुरे आर्थिक दौर से गुजर रहा है. हालात यह हैं कि लोगों के लिए आटा-दाल का संकट पैदा हो गया है. महंगाई आसमान छू रही है. यहां खाने के लिए मारामारी हो रही है. बावजूद इसके यहां के लोग बाहर से लगातार महंगी लग्जरी कार इम्पोर्ट करना नहीं छोड़ रहे हैं. संकटग्रस्त पाकिस्तान ने हाल ही में 2,000 से ज्यादा लग्जरी कारों को आयात करने की इजाजत दी है, जबकि बंदरगाहों पर आयात होने वाली जरूरी वस्तुओं की खेप अटकी हुई है.
वर्तमान में पाकिस्तान विदेशी मुद्रा संकट से जूझ रहा है, जिसके चलते लगभग सभी आयातों को रोक दी गई है. पाकिस्तान राहत के दुनिया भर से मदद की गुहार लगा रहा है. कर्ज मांगने की सभी कोशिशें जारी है. पाकिस्तान में कर्ज के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की एक टीम राहत पैकेज के बारे में बात करने के लिए इस सप्ताह देश का दौरा करने वाली है.
बंदरगाहों पर पर अटका जरूरत का सामान
कहा गया है कि पाकिस्तान ने 2022 के जुलाई से दिसंबर के बीच 164 लग्जरी इलेक्ट्रिक वाहनों का आयात किया. पुरानी लग्जरी गाड़ियों के आयात में भी उछाल आया. रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान ने पिछले छह महीनों में ऐसे लगभग 1,990 वाहनों का आयात किया है. पाकिस्तान के एक सीनियर कस्टम अधिकारी ने मीडिया को बताया कि ज्यादातर आयात जुलाई से सितंबर के बीच हुआ, अक्टूबर से दिसंबर तक बहुत कम संख्या में कारों का आयात किया गया. दूसरी ओर बंदरगाहों पर उपभोक्ता और औद्योगिक सामानों के 5,000 से ज्यादा कंटेनर अब भी सरकार की इजाजत का इंतजार कर रहे हैं.
पाकिस्तान के पास बचा सिर्फ कुछ ही दिनों का फंड
पाकिस्तान का विदेशी भंडार गिरकर 3.7 अरब डॉलर हो गया है, जो अब तक के सबसे निचले स्तर पर है. देश महंगाई से जूझ रहा है. 2022 में विनाशकारी बाढ़ के बाद और ऊर्जा की भारी कमी से जूझ रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान के पास बचा हुआ फंड केवल कुछ हफ्तों के आयात के लिए पर्याप्त है. अगर जरूरी कदम नहीं उठाए गए तो देश भारी संकट की ओर जा सकता है. संकट से निपटने के लिए पाकिस्तान के स्टेट बैंक ने इस महीने की शुरुआत में खाद्य और चिकित्सा आपूर्ति को छोड़कर सभी आयातों के लिए साख पत्र जारी करने से इनकार कर दिया.