लखनऊ में रामचरितमानस की प्रतियां जलाने के मामले में स्वामी प्रसाद मौर्य समेत 10 के खिलाफ केस दर्ज किया है। इनमें से 5 को गिरफ्तार कर लिया गया है। रविवार को वृंदावन इलाके में प्रतियां जलाने का वीडियो वायरल होने के बाद भाजपा नेता सतनाम सिंह लवी ने पीजीआई कोतवाली में तहरीर दी थी। इसके बाद, माहौल बिगाड़ने, धार्मिक भावनाएं भड़काने की धाराओं में आरोप में पुलिस ने केस दर्ज करके 5 को गिरफ्तार कर लिया।
दरअसल, रविवार सुबह अखिल भारतीय ओबीसी महासभा के कार्यकर्ताओं ने वृंदावन में प्रदर्शन करके रामचरितमानस की प्रतियां जलाई थी। नारेबाजी कर इस पर बैन लगाने की मांग की थी। साथ ही कहा कि रामचरितमानस में संशोधन किया जाए। हालांकि, इस दौरान स्वामी प्रसाद मौर्य इस दौरान मौजूद नहीं थे।
यह पूरा विवाद स्वामी प्रसाद के उस बयान के बाद शुरू हुआ, जिसमें उन्होंने रामचरित मानस को बकवास बताया था। उन्होंने यह भी कहा था रामचरित मानस के अंश को हटाए जाए। इसे तुलसीदास ने अपने खुशी के लिए लिखा है। इस पूरी पुस्तक को बैन करना चाहिए।