स्नातक शिक्षक MLC चुनाव में सपा-भाजपा नेता भिड़े,मुरादाबाद में हंगामा कर रहे सपा नेता की स्कॉर्पियो जब्त, शाहजहांपुर में वित्त मंत्री ने डाला वोट

स्नातक शिक्षक MLC चुनाव में सपा-भाजपा नेता भिड़े,मुरादाबाद में हंगामा कर रहे सपा नेता की स्कॉर्पियो जब्त, शाहजहांपुर में वित्त मंत्री ने डाला वोट

UP विधान परिषद की 5 सीटों पर मतदान जारी है। मुरादाबाद में वोटिंग के दौरान पोलिंग बूथ पर भाजपा ब्लॉक प्रमुख और सपा महानगर अध्यक्ष भिड़ गए। ये विवाद मुरादाबाद के खंड विकास कार्यालय पर बने बूथ में हुआ। समाजवादी पार्टी के नेताओं का आरोप है कि पोलिंग बूथ पर सपा के पोलिंग एजेंटों को अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है।

पुलिस ने खदेड़कर भाजपा-सपा के नेताओं को पोलिंग बूथ से बाहर किया। हंगामा कर रहे सपा नेता की स्कॉर्पियो कार को पुलिस ने कब्जे में लिया है। डीएम और एसएसपी भी पोलिंग बूथ पर पहुंचे। फिलहाल स्थिति सामान्य है। शिक्षक दोबारा वोट डालने लगे हैं। इस हंगामे पर पुलिस की तरफ से अभी कोई लिखापढ़त नहीं की गई है।

शाहजहांपुर में वित्तमंत्री ने दिया वोट

शाहजहांपुर में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने वोट डाला। उन्होंने कहा कि 5 सीटों के इस चुनाव में भाजपा को हर सीट पर विजय मिलने वाली है। शिक्षकों की बेहतरी के लिए असली काम सिर्फ भाजपा के प्रत्याशी ही कर सकते हैं। पिछले चुनाव में जीतकर आए प्रत्याशियों ने इसको साबित भी किया

12 बजे तक स्नातक सीट पर 14.47 प्रतिशत और शिक्षक सीट पर 22.64 प्रतिशत मतदान हुआ है।

कानपुर सांसद सत्यदेव पचौरी ने मतदान किया।

कानपुर के ज्यादातर मतदान केंद्रों में मतदाता पहचान पत्र को लेकर विवाद है।

भाजपा सीसामऊ विधानसभा के प्रभारी के मुताबिक मतदान केंद्र में पीठासीन अधिकारी सिर्फ वोटर आईडी से ही मतदान करने दे रहे हैं।

कानपुर सुबह 10 बजे तक का मतदान का स्नातक 4.92 प्रतिशत एवं शिक्षक सीट पर 7.65 प्रतिशत वोट पड़े हैं।

भाजपा प्रत्याशी जयपाल व्यस्त ने मुरादाबाद में वोट डाला है।

कानपुर में विधासभा अध्यक्ष सतीश महाना ने वोट डाला है।

6.32 लाख मतदाता चुनेंगे MLC

3 स्नातक निर्वाचन क्षेत्रों में कुल 6.32 लाख मतदाता मताधिकार का प्रयोग करने वाले हैं। इनमें 3.93 लाख पुरुष एवं 2.39 लाख महिला मतदाता हैं। इसके लिए 826 मतदान स्थल बनाए गए हैं। वहीं 2 शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों में कुल 53.92 हजार मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें 35 हजार से अधिक पुरुष एवं 18 हजार से अधिक महिला मतदाता हैं।

238 मतदेय स्थल, 594 सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात

शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों में कुल 238 मतदेय स्थल बनाए गए हैं। मतदान पर सतर्क के लिए आयोग द्वारा प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में एक-एक प्रेक्षक भी तैनात किए गए हैं। इसके अतिरिक्त 594 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 234 जोनल मजिस्ट्रेट भी तैनात किए गए हैं। सभी मतदेय स्थलों पर वीडियोग्राफी की व्यवस्था की गई है।

UP के इन निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव

1. गोरखपुर-फैजाबाद खंड स्नातक

2. कानपुर खंड स्नातक

3. बरेली-मुरादाबाद खंड स्नातक

4. प्रयागराज-झांसी खंड शिक्षक

5. कानपुर खंड शिक्षक

इन जिलों में होगा मतदान

प्रयागराज, कौशांबी, फतेहपुर, बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर, महोबा, जालौन, झांसी, ललितपुर, कानपुर नगर, कानपुर देहात, उन्नाव, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, बदायूं, रामपुर, मुरादाबाद, अमरोहा, बिजनौर, संभल, बहराइच, श्रावस्ती, गोंडा, बलरामपुर, बस्ती, सिद्धार्थनगर, संतकबीर नगर, गोरखपुर, महराजगंज, देवरिया, कुशीनगर, आजमगढ़, मऊ, सुल्तानपुर, अयोध्या, अमेठी तथा अंबेडकरनगर में मतदान होगा।

चुनाव के कुछ रोचक तथ्य

अब आपको वोट देने से पहले MLC चुनाव का इंटरेस्टिंग फैक्ट्स के बारे में बताते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस चुनाव में मतदाता को हर प्रत्याशी को वोट देने का मौका मिलता है। इसके अलावा हर चुनाव में वोटिंग लिस्ट नई बनती है।

1. कई प्रत्याशी को दे सकते हैं वोट

मतदाता की पहली पसंद का प्रत्याशी मतगणना में आगे रहकर भी हार सकता है। दूसरी पसंद के प्रत्याशी की किस्मत भी चमक सकती है। विधानसभा चुनाव से यह बिल्कुल अलग होता है। इस चुनाव में एकल संक्रमणीय आनुपातिक मतदान के आधार पर विजेता का फैसला होता है। अन्य चुनावों में मतदाता किसी एक प्रत्याशी को वोट देता है, लेकिन विधान परिषद के इस चुनाव में एक से ज्यादा प्रत्याशियों को वोट देने का विकल्प रहता है। वोटरों के विवेक पर निर्भर करता है कि वे किसे सबसे ज्यादा पसंद करते हैं और किसे कमतर।

2. जीतने के लिए 50% वोट पाना अनिवार्य

वोटों की गिनती भी इसी आधार पर होती है। पहले प्रथम वरीयता के वोट गिने जाते हैं। प्रत्याशी को जीत के लिए पड़े कुल वैध मतों के 50 प्रतिशत के अलावा कम से कम एक अधिक वोट लाना होता है। अधिक की कोई सीमा नहीं होती। प्रथम वरीयता के वोट ही किसी को अगर 50 प्रतिशत से एक ज्यादा मिल गए तो उसे विजेता घोषित कर दिया जाता है।

3. दूसरे प्रत्याशी की भी बदल सकती है किस्मत

वरीयता में एक नंबर में वोट पाने के बाद भी दूसरे नंबर के प्रत्याशी की किस्मत जीत में बदल सकती है। इसमें सबसे पहले प्रथम वरीयता के सबसे कम वोट पाने वाले प्रत्याशी को प्रतिस्पर्धा से बाहर कर दिया जाता है। उसके बैलेट पेपर में मिले दूसरी वरीयता के वोटों को संबंधित प्रत्याशी के वोट में जोड़ दिया जाता है।

4. हर बार नई बनती है वोटर लिस्ट

आम चुनावों की तरह इस चुनाव में हर वोटर लिस्ट नई बनाई जाती है। अन्य चुनावों की तरह एमएलसी चुनाव की वोटर लिस्ट में किसी भी प्रकार का संशोधन या बदलाव नहीं हो सकता है। हर बार नए वोटर लिस्ट के मुताबिक ही वोटर लिस्ट तैयार की जाती है।

5. रोमन अंकों में लिखकर देना होता है वोट

बैलेट पेपर पर वरीयता क्रम दिखाने में सतर्कता बरतनी होती है। पसंद के प्रत्याशी के नाम के आगे रोमन अंक में वरीयता क्रम लिखना होता है। ध्यान रहे कि सिर्फ रोमन अंकों में ही पसंद का इजहार करना होता है। ऐसा नहीं करने पर वोट अवैध माना जाएगा। मतपत्र में वरीयता क्रम के अतिरिक्त कुछ नहीं लिखें। यदि लिख दिए या कोई चिह्न बना दिए तो भी वोट रद्द हो जाएगा।

इन पहचान पत्रों से कर सकेंगे मतदान

वर्तमान में विधान परिषद में बीजेपी के सदस्यों की संख्या अब तक की सर्वाधिक है। परिषद में उसके कुल सदस्य 75 हैं, जबकि समाजवादी पार्टी के विधान परिषद में इस वक्त 9 सदस्य ही हैं और नेता विरोधी दल की कुर्सी के लिए कम से कम 10 सदस्य होने आवश्यक हैं।

आज वोटिंग के दौरान वोटर्स को आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, भारतीय पासपोर्ट, राज्य व केंद्र सरकार, सार्वजनिक उपक्रम, स्थानीय निकाय या निजी औद्योगिक क्षेत्रों के जारी पहचान पत्र आदि अपने साथ लेकर जाना होगा।

झांसी-प्रयागराज क्षेत्र से 10 प्रत्याशी मैदान में

इस चुनाव में 10 प्रत्याशी मैदान में हैं। इसमें भाजपा से डॉ. बाबूलाल तिवारी, सपा से डॉ. एसपी सिंह पटेल, निर्दलीय अशोक कुमार राठौर, इमरान अहमद, उपेंद्र कुमार वर्मा, जगदीश प्रसाद व्यास, डॉ. प्रेमचंद्र यादव, लालमणि द्विवेदी, सुरेश कुमार त्रिपाठी और डॉ. हरिओम बादल किस्मत आजमा रहे हैं।

हालांकि, इनमें से अशोक कुमार राठौर भाजपा प्रत्याशी को अपना समर्थन दे चुके हैं। लेकिन, नाम वापसी की प्रक्रिया के बाद उन्होंने यह कदम उठाया था। इससे मतपत्र में उनका नाम अंकित रहेगा। जबकि, सुरेश कुमार त्रिपाठी वर्तमान में MLC हैं।

मतदान करने के लिए छुट्टी

कानपुर डीएम विशाख जी अय्यर ने बताया कि आज स्नातक एमएलसी व शिक्षक एमएलसी चुनाव का मतदान है। प्रदेश के सभी कर्मचारी, जो विवि स्नातक हैं और जो स्नातक व शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों में हो रहे चुनाव में मतदाता हैं, उन्हें मताधिकार के प्रयोग के लिए विशेष आकस्मिक अवकाश प्रदान किया गया है। सुबह 8 से शाम 4 बजे तक मतदाता मतदान कर सकेंगे।


 ykmoto
yhfee@chitthi.in, 10 June 2023

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