नई दिल्ली. भारत ने नए साल की शुरुआत शानदार तरीके से की, फिर चाहे टी20 हो या फिर वनडे. पहले श्रीलंका को टी20 और वनडे सीरीज में पस्त कर दिया. उसके बाद अब भारत की परीक्षा टेस्ट में है, वो भी ऑस्ट्रेलिया की टीम से. टीम इंडिया पहले न्यूजीलैंड से टी20 सीरीज में टक्कर लेगी. उसके बाद अगले महीने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल (WTC) के लिए कंगारू टीम को टक्कर देगी. लेकिन भारत स्पिनर्स के लिए यह एक कड़ी चुनौती होगी.
मौजूदा समय में भारत के सफल स्पिनर्स की बात करें तो कुलदीप यादव टॉप पर दिखाई देते हैं. वह एक कलाई के स्पिन गेंदबाज हैं. लगभग एक साल के बाद कुलदीप ने जीतोड़ मेहनत करके टीम इंडिया में जगह बनाई थी. उसके बाद उन्होंने मौके भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. लेकिन पूर्व ऑस्ट्रेलियन कोच डेरेन लीमन की सलाह माने तो आगामी सीरीज में फिंगर स्पिनर्स सफल साबित हो सकते हैं. इस मुद्दे को उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर स्टीव ओ कीफ का उदाहरण देकर समझाया है.
पूर्व ऑस्ट्रेलिया के कोच डेरेन लीमन ने भारत दौरे के लिए अपना अनुभव शेयर किया है. उन्होंने अपनी टीम को सलाह देते हुए रेडियो चैनल पर कहा, ‘वहां के मैं अपने अनुभव के हिसाब से मैं फिंगर स्पिनर्स को तवज्जो दूंगा. इन गेंदबाजों की गेंदे हवा में तेजी से ट्रेवल करती हैं और कुछ गेंदें ही घूमती हैं जबकि कुछ नहीं. कई बार लेग स्पिनर कुछ ज्यादा ही गेंद घुमा देते हैं जबकि फिंगर स्पिनर्स की कुछ गेंदे स्किड हो जाती हैं. जिसके बाद बल्लेबाज बीट होते हैं और एलबीडब्ल्यू आउट हो जाते हैं. इसलिए मैं फिंगर स्पिनर्स की देखता हूं. हमने 2017 में ऐसा किया था जब स्टीव ओ कीफ ने भारत को पस्त कर दिया था.’
पूर्व ऑस्ट्रेलियन कोच की बात सौ प्रतिशत सही नहीं है. हां, 2017 में ऑस्ट्रेलियन गेंदबाज स्टीव ओ कीफ ने अच्छी गेंदबाजी की थी. पूणे टेस्ट में उन्होंने 12 विकेट हासिल किए थे. लेकिन आगे के तीन टेस्ट में महज 7 विकेट लेने में कामयाब हो सके. आंकड़ों पर नजर डालें तो फिंगर स्पिनर्स के रिकॉर्ड कुछ खास नहीं हैं, इसलिए उम्मीद है कि कुलदीप यादव टीम इंडिया को कोई नुकसान नहीं पहुचाएंगे. इसमें कोई संदेह नहीं कि वह निश्चित तौर पर टीम इंडिया का हिस्सा होंगे.