पंजाब में नवजोत सिद्धू के ग्रैंड वेल्कम की तैयारी शुरू हो गई है। लुधियाना की सड़कों पर पंजाब प्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रधान सिद्धू के समर्थकों द्वारा उनके स्वागत बोर्ड लगा दिए गए हैं। इन बोर्डों पर लिखा है कि पंजाब, पंजाबी और पंजाबियत का राखा नवजोत सिद्धू। बोर्ड नवजोत सिंह सिद्धू के मीडिया सलाहकार सुरिंदर डल्ला की तस्वीर के साथ महानगर में लगाए गए हैं।
सिद्धू की रिहाई पर सस्पेंस
नवजोत सिद्धू पटियाला की जेल में बंद हैं, लेकिन उनकी रिहाई होने की चर्चा है। वहीं उनककी रिहाई पर अभी सस्पेंस भी बना हुआ है। इस बीच सिद्धू के ग्रैंड वैलकम की तैयारी उनके समर्थक कर रहे है। दरअसल, इस वर्ष जेल विभाग ने गणतंत्र दिवस के मौके 52 कैदियों को रिहा करना है, जिनकी सूची उन्होंने पंजाब सरकार को भेजी हुई है।
नियमों के मुताबिक भेजी गई सूची को मंत्रिमंडल द्वारा पास करके राज्यपाल को भेजा जाता है। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने मंत्रिमंडल की बैठक 1 फरवरी को बुलाई है। 26 जनवरी से पहले मंत्रिमंडल की बैठक नहीं होगी। इस कारण जेल विभाग द्वारा भेजी जाने वाली सूची अधर में लटक गई। इस सूची में सिद्धू का नाम होने की चर्चा है।
भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने का निमंत्रण
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर भी नवजोत सिंह सिद्धू को निमंत्रण दिया गया है। फिलहाल सिद्धू का परिवार इस यात्रा में शामिल हुआ था। यदि सिद्धू 26 जनवरी को रिहा होते हैं तो वह इस यात्रा के अंतिम दिन राहुल गांधी से जरूर मिलेंगे।
सिद्धू समर्थकों में खुशी
वर्णनीय है कि नवजोत सिंह सिद्धू की रिहाई को लेकर कांग्रेस पार्टी व सिद्धू के समर्थकों में काफी खुशी है। बताया जा रहा है कि सिद्धू की यदि 26 जनवरी को रिहाई होती है तो सोनिया गांधी उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है। शहर में सिद्धू के बोर्ड लगने से एक बार फिर महानगर में कांग्रेसी वर्करों में जोश दिख रहा है।
रोड रेज मामले में हुई सजा
रोड रेज के 34 साल पुराने मामले में सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को 1 साल की सजा सुनाई थी। 1988 में पंजाब में हुई रोड रेज की एक घटना में सिद्धू के मुक्के के प्रहार से एक बुजुर्ग की मौत हो गई थी।
इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने पहले सिद्धू को गैर-इरादतन हत्या से बरी कर दिया था और एक हजार रुपए का जुर्माना लगाया था, लेकिन इस मामले में रिव्यू पिटीशन पर सुनवाई करते हुए शीर्ष अदालत ने सिद्धू को एक साल की सजा सुनाई। सजा मिलने के बाद सिद्धू ने 20 मई को सरेंडर कर दिया था।
सुरिंदर डल्ला ने लगवाए बोर्ड
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने 2 मीडिया सलाहकारों की नियुक्ति की थी। उन्होंने जगतार सिंह सिद्धू और सुरिंदर डल्ला को अपना मीडिया एडवाइजर बनाया हुआ है। बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू ने पिछले काफी समय से मीडिया से दूरी बना रखी है।
पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार से 2019 में इस्तीफा देने के बाद एक-दो अवसरों को छोड़कर सिद्धू ने कभी मीडिया से बात नहीं की थी। अब तक वह ट्वीट करके अपनी बात रखते रहे हैं। पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बनने के बाद उनके लिए मीडिया से दूरी बनाकर चलना संभव नहीं था।
इसी कारण उन्होंने मीडिया के साथ समन्वय के लिए अपने मीडिया सलाहकार नियुक्त किए थे। चर्चा है कि यह बोर्ड उनके सलाहकार डल्ला ने ही लगवाए हैं।