नई दिल्ली. भारतीय विकेटकीपर ईशान किशन बड़ी सजा से बच गए. उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ हैदराबाद में हुए पहले वनडे में ऐसी गलती की थी कि वो कम से कम 4 वनडे से बाहर हो सकते थे. लेकिन, आईसीसी के मैच रैफरी जवागत श्रीनाथ ने ईशान को सिर्फ चेतावनी देते हुए छोड़ दिया. अब सबके मन में यही सवाल होगा कि ईशान ने आखिर पहले वनडे में ऐसा क्या गलत कर दिया था कि उन्हें एक-दो नहीं, बल्कि 4 वनडे से बाहर होने की सजा मिल सकती थी. ऐसे में ईशान न्यूजीलैंड के खिलाफ इंदौर में होने वाले तीसरे वनडे ही नहीं, बल्कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अगले महीने होने वाली सीरीज में भी नहीं खेल पाते. दरअसल, ईशान ने अंपायर को धोखा देने की कोशिश की थी.
न्यूजीलैंड की न्यूज वेबसाइट स्टफ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय विकेटकीपर ईशान किशन ने न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले वनडे में अंपायर को जानबूझकर गुमराह करने की कोशिश की थी. यह वाकया न्यूजीलैंड के कप्तान टॉम लाथम के विकेट से जुड़ा है. किशन ने स्क्वेयर लेग अंपायर को हैदराबाद वनडे के दौरान यह विश्वास दिलाने की कोशिश की कि कीवी कप्तान टॉम लाथम खुद ही स्टम्प्स से टकरा गए थे. किशन ने लाथम के आउट होने की अपील भी की थी. लेकिन, टीवी रीप्ले में पता चला कि विकेटकीपर ने जानबूझकर लाथम के शॉट खेलने के काफी देर बाद हाथ में गेंद के बिना ग्लव्स से बेल्स गिराने की कोशिश की थी.
यहां तक कि भारतीय कप्तान रोहित शर्मा भी ईशान की अपील से हैरान थे. उन्होंने आउट की अपील से पहले ईशान से पूछा भी था कि आखिर हुआ क्या है?
क्या कहता है आईसीसी का कोड ऑफ कंडक्ट?
आईसीसी के कोड ऑफ कंडक्ट के तहत ईशान पर अनुचित फायदे लेने की कोशिश के लिए लेवल-3 के अपराध का आरोप लगाया जा सकता था. इसके तहत अगर वो दोषी पाए जाते तो वो 4 से 12 वनडे या टी20 के लिए निलंबित हो सकते थे. हालांकि, रिपोर्ट की मानें तो मैच रैफरी श्रीनाथ ने ईशान पर कोई एक्शन नहीं लिया. क्योंकि दोनों फील्ड अंपायर अनिल चौधरी और नितिन मेनन ने इस घटना की कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई थी. श्रीनाथ ने मैच के बाद जरूर ईशान किशन, भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ से इस बारे में बात की थी.