बैंककर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर बैंक ऑफ इंडिया के सामने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। बैंको में इस माह के अंतिम दो दिन हड़ताल रहेगी।
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस की स्थानीय इकाई के आह्वाहन पर विभिन्न बैंको के अधिकारी व कर्मचारी इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुये। बैंक ऑफ़ इंडिया की रेलवेगंज स्थित मुख्य शाखा पर एकत्रित बैंककर्मियों ने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की।
संयोजक आर के पाण्डेय ने कहा कि हमारी कोशिश रही है कि हम अपनी मांगों को बातचीत के माध्यम से सौहार्दपूर्ण तरीके से हल करें, लेकिन बैंक मैनेजमेंट के उदासीन रवैये और देरी करने की रणनीति को देखते हुए, हम आंदोलनकारी कार्यक्रमों को फिर से शुरू करने और सहारा लेने के लिए मजबूर हुए हैं।
यूएफबीयू के वाइस चेयरमैन क्षितिज पाठक ने कहा बैंक यूनियंस ने 30 व 31 जनवरी को राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। इन दोनों दिन जिले की बैंको के ताले तक नहीं खुलेंगे।
बैंक अधिकारी नेता हर्षित गुप्ता ने कहा कि कि 5 दिवसीय बैंकिंग, पेंशन अपडेशन व अवशेष मुद्दों को लेकर कई बार बैंक मैनेजमेंट से बात हुई पर सहमतियों को लागू नहीं किया जा रहा।
बैंककर्मी नेता वेदप्रकाश पांडे ने कहा कि बेहतर ग्राहक सेवा सुनिश्चित करने के लिए सभी संवर्गों में पर्याप्त भर्ती की हमारी माँग है।
बैंककर्मी नेता अजय मेहरोत्रा ने कहा कि नई पेंशन योजना को समाप्त करें और पुरानी पेंशन योजना को बहाल की जाय। बैंक अधिकारी अंकुर दीक्षित ने कहा कि हमें हड़ताल को सफल बनाना है।
बैंक अधिकारी गुंजन तिवारी ने कहा कि वेतन पुनरीक्षण के लिए मांगों के चार्टर पर बातचीत की तत्काल शुरुआत की जाय।
प्रदर्शनकारियों में प्रमुख रूप से सौरभ सिंह, वर्षा मेहरोत्रा, चंदा, नूर जाहिरा, वंदना, सलोनी, रश्मि हरबोला, जसलीन कौर, नमिता यादव, कृष्णा नविपाल, शालिनी महल, मालती देवी, लक्ष्मी, मीना देवी, पिंकी, चेतन अग्रवाल, प्रतीक अवस्थी, अनिल सिंह, नमन, राजकुमार, अरुण गुप्ता, विकास शुक्ला, विजय सहाय, अखंड प्रताप, सर्वेन्द्र, अनुराग ठाकुर, आरके श्रीवास्तव, पुष्पेंद्र, धर्मेंद्र गुप्ता, अश्विनी वर्मा, आरिफ, संजीव कुमार, विकास धवन, अनुराग ठाकुर, संदीप कुमार, देवेश, प्रकाश दुबे, राघवेंद्र श्रीवास्तव, राधेश्याम, मुकेश, संजय मौजूद रहे।