आरएलपी सुप्रीमों एवं नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने महंगी बजरी दर, बीमा क्लेम व रिफाइनरी में स्थाई लोगों को रोजगार सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर बालोतरा से लेकर जोधपुर तक देर रात तक प्रदर्शन किया। बेनीवाल अपने समर्थकों के साथ सड़क जाम, रेलवे ट्रैक को जाम किया। मांगों पर सहमति नहीं बनने पर बेनीवाल हजारों समर्थकों के साथ जोधपुर सीएम घर घेरने के लिए रवाना हुए, लेकिन जोधपुर से पहले गंगाणा फांटा पर बेनीवाल के काफिले को रोक दिया गया। आधी रात बाद कलेक्टर व पुलिस अधिकारियों से वार्ता के बाद आंदोलन को 7 दिन के डेफर कर दिया। बालोतरा से जोधपुर तक करीब 9 घंटे तक प्रदर्शन के दौरान पुलिस व प्रशासन के हाथ पैर फूले नजर आए। एएसपी, डिप्टी चार थानों का पुलिस जाब्ता, आरएसी बड़ी संख्या में तैनात रही।
बेनीवाल ने अपनी स्पीच में कहा दिव्या मदेरणा, हरीश चौधरी और कैलाश चौधरी पर जमकर जुबानी प्रहार किया। इनकी चुनावों में मदद की थी। आदमी एक बार ठगने के बाद वापस नहीं ठगता है। इस बार किसी की मदद नहीं करूंगा। मदद सिर्फ युवाओं और किसानों को करूंगा।
दरअसल, बजरी की दरें कम करने की मांग को लेकर दिए जा रहे धरने के 95 वें दिन आरएलपी सुप्रीमो एवं नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल बालोतरा पहुंचे। शहीद भगतसिंह सभा स्थल पर जनसभा में बेनीवाल ने बजरी की दरें कम करने, किसानों को फसलों का पूरा क्लेम दिलाने व रिफाइनरी में स्थानीय लोगों को रोजगार में प्राथमिकता देने सहित कई मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ आवाज उठाई। जिले और प्रदेश भर से हजारों की संख्या में आरएलपी समर्थक बालोतरा पहुंचे।
बेनीवाल ने बिना नाम लिए दिव्या मदेरणा पर साधा निशान - मेरे पिता जी जेल मे है, प्लीज मेरी मदद कर दो
सांसद हनुमान बेनीवाल ने बालोतरा रैली में बिना नाम लिए दिव्या मदेरणा पर निशाना साधते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव में आए मेरे पापा जेल मे है। प्लीज हमारी मदद कर दो। कर दी मदद। लेकिन इस बार मदद नहीं करूंगा। एक बार ठगा गया दूबारा ठगा नहीं जाऊंगा। उन सब का इलाज करूंगा। इस बात का विश्वास दिलाता हूं कि हनुमान बेनीवाल सत्ता के सिखर पर लेकर जाएगा।
बेनीवाल ने कहा- CM अशोक गहलोत हरीश चौधरी का पॉलिटिकल पापा है।
बेनीवाल ने हरीश चौधरी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आज सीएम के खिलाफ बयान दे रहे है। लेकिन घर व बेडरूम में अशोक गहलोत की फोटो है। हरीश चौधरी के आरएलपी सीएम अशोक गहलोत की प्रायोजित पार्टी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि आरएलपी प्रायोजित पार्टी है तो सीएम के बेटे को क्यूं हराया। पंजाब से लूट-खसोट कर दुनिया भर का पैसा-रुपए लाए हो ईडी-सीबीआई को सब पता है। ईडी नहीं आ जाए इसलिए गहलोत को कोस कर भाजपा में जाना चाहे है। अब हनुमान बेनीवाल पर आरोप लगाऊं और लोगों की सहानुभूति बटोर कर पार्टी बदलकर बीजेपी का दामन थाम लूं।
बेनीवाल ने वसुंधरा राजे पर ली चुटकी
बेनीवाल ने पूर्व सीएम वसुधरा राजें पर चुटकी लेते हुए कहा कि अब राजस्थान में बीजेपपी वाले पूछ नहीं रहे है यू ही घूम रही है राजस्थान में कोई बुला नहीं रहा है। सरपचों को फोन करके बोलती है कि कोई प्रोग्राम हो तो मुझे बुलाओ। एक समय था, जब वसुधरा राजे के साथ लोग सेल्फी की होड़ मची रहती थी। राजे वसुंधरा में है और बीजेपी को कमजोर करने का काम कर रही है। दम है तो पार्टी बनाऔ।
बीजेपी की कैसी जनआक्रोश यात्रा, जन आक्रोश तो बीजेपी के खिलाफ
बेनीवाल ने कहा कि बीजेपी जन आक्रोश यात्रा निकाल रही है। लेकिन लोगों का आक्रोश तो बीजेपी के खिलाफ ही है। जब कृषि कानून बिलों के विरोध में एक हजार किसानों ने शहदात दे दी और सेना को ठेके पर दे दिया। पेट्रोल डीजल 100 से पार चला गया। जैन तीर्थ को पर्यटन स्थल घोषित कर दिया। आक्रोश लागों बीजेपी के प्रति है। बीजेपी ने राज्यों की सरकार गिरा दी है। पीएम राजस्थान में राज्यपाल को बोले की चार लाइन का लिखे और कानून व्यवस्था बिगड़ी, युवा सड़कों पर, पेपर लीक हो रहे है। सरकार को बर्खास्त करें। नहीं लिखते है। ऐसे ही चलता रहे और राजस्थान में सरकार बन जाए।
सांसद बेनीवाल ने अपने भाषण का कहा कि नागौर की 10 में से 10 सीटे, बाड़मेर की 7 में से 7 सीटे आरएलपी जीतेगी। मारवाड़ में 43 सीट है इसमें से 27-30 सीटे जीता देते हो तो हमें सता से कोई दूर नहीं कर सकता है। 2018 विधानसभा चुनावों में पार्टी बनाने के एक माह बाद चुनाव थे और 10-15 सीटे आ जाती है। लेकिन कभी गुड़ामालानी, बायतु, भीलवाड़ा, जयपुर और ओसियां से आ गए।
मिनट-टू-मिनट प्रदर्शन, पहले सभा, फिर ट्रैक जाम, रात 8.20 बजे जोधपुर रवाना, 12:30 बजे आंदोलन डेफर
3.30 बजे: सांसद हनुमान बेनीवाल बालोतरा के शहीद भगतसिंह सभा स्थल पहुंचे। 6.00 बजे: सांसद ने सभा को संबोधित शुरू किया, करीब एक घंटा भाषण दिया। 6.30 बजे: समर्थकों की भीड़ के साथ स्टेडियम से जोधपुर के लिए निकले। 7.10 बजे: रेलवे ट्रैक जाम किया, समझाइश के बाद 10-15 मिनट में ट्रैक खाली किया। 7.30 बजे: वापिस सभा स्थल पर पहुंचे और वहां प्रशासन के साथ वार्ता शुरू हुई। 8.20 बजे: वार्ता विफल, बेनीवाल गहलोत के आवास काे घेरने के लिए जोधपुर रवाना। करीब 10:30 बजे गंगाणी फांटो पर काफिले को रोक वहीं धरने पर बैठ गए। 11:30 बजे जोधपुर कलेक्टल हिमाशु गुप्ता व पुलिस अधिकारियों के साथ वार्ता हुई। 12:30 बजे वार्ता के बाद 7 दिन के लिए आंदोलन को डेफर किया।