मेरठ. रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy 2022-23) के नए सीजन के मुकाबले अभी चल रहे हैं. मेरठ में यूपी और ओडिशा का मैच खेला जा रहा है. यहां अभी काफी ठंड है. ओडिशा के खिलाड़ियों के लिए यह परेशानी वाला है, क्योंकि वे ऐसे मौसम में खेलने के लिए कम अभ्यस्त रहते हैं. खिलाड़ियों को ठंड से बचाने के लिए स्पेशल गुड़ मंगवाया गया है, ताकि उन्हें राहत दी जा सके. आयोजन समिति का कहना है कि गुड़ फायदेमंद होता है. इसलिए खासतौर से मुजफ्फरनगर से गुड़ मंगाकर खिलाड़ियों को दिया जा रहा है.
मैच देखने के लिए कई पुराने दिग्गज मैदान में पहुंच रहे हैं. इसमें 1968 में रणजी मैच खेलने वाले खिलाड़ी भी हैं. उनका कहना है कि आज के मैच और उनके जमाने के मैच में बड़ा फर्क आया है. वो कहते हैं कि पहले हवा में शॉट खेलना अच्छा नहीं माना जाता था. खिलाड़ी को छक्का मारने पर कहा जाता था कि क्रिकेट खेलना आता भी है नहीं. ऐसे शॉट खेलोगे तो टीम से बाहर कर दिया जाएगा.
रणजी टीम के कप्तान रहे रफीकउल्लाह खान ने बताया कि हमारे समय में मैदानी शॉट को अच्छा मानते थे, लेकिन आजकल माहौल बदल गया है. अब खिलाड़ी पहले दिन से हवा में उठाकर शॉट खेलते हैं. वहीं एक अन्य रणजी खिलाड़ी रवि वोहरा बताते हैं कि आज का क्रिकेट बहुत तेज हो गया है.
मधुमक्खी ने भी किया परेशान
मुकाबले के दौरान एक समय अजीब स्थिति बन गई थी. अचानक मैदान पर मधुमक्खियों का हमला हो गया. इसके बाद सभी खिलाड़ी सिर के बल लेट गए. आयोजन समिति ने कहा कि यकीनन इस कारण मैच में बाधा पड़ी, लेकिन कुछ चीजें हमारे हाथ में नहीं होती. अंपायर नियम के अनुसार निर्णय ले सकते हैं. हालांकि कुछ देर बाद चीजें सामान्य हो गईं.