हरदोई में एक मामला बीजेपी और सपा के सियासी हलकों से लेकर सामाजिक रूप से भी काफी चर्चा में आ गया है । सपा के एक नेता ने बीजेपी कथित नगर महामंत्री पर अपनी बेटी को बहला फुसलाकर कर भगा ले जाने का आरोप लगाया है । सोशल मीडिया पर सपाइयों ने बीजेपी के बेटी बचाओ अभियान पर जमकर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं और मामले की शिकायत पुलिस से कर दी गयी है ।
अब जिक्र करते हैं उन बातों का जो सियासी और समाज के हलकों में तैर रही हैं । बीजेपी के नगर महामंत्री आशीष शुक्ला जिनकी उम्र करीब 45 साल की है और जिनका करीब 21 साल का बेटा है वो अपने पड़ोस में ही रहने वाले सपा के एक नेता की 25 साल की बेटी को जैसे भी ले गए हों ले गए मतलब आम भाषा मे भगा ले गए । बीजेपी नेता के इस कारनामे को समाज और भाजपा में नीच कर्म कहा जा रहा है और लड़की को भी खरी खोटी कही जा रही है क्योंकि लड़की भी पढ़ी लिखी है काफी , उसे भी समझदारी का परिचय देना चाहिए था और अपने पिता की उम्र के शादीशुदा व्यक्ति के झांसे में नही आना चाहिए था ।
पूरे घटनाक्रम पर खुलकर तो कोई भी बीजेपी का नेता बोलने को तैयार नही है यहां तक कि आशीष शुक्ला अब नगर महामंत्री नही है ऐसा भी कहने लगे हैं , नगर अध्यक्ष ने एक पत्रकार से फोन पर कहा कि अभी तक तो थे महामंत्री अब नही है , बाकी अध्यक्ष जी के संज्ञान में है प्रकरण । सपा वाले तो हमलावर हैं ही । पूरे मामले के तूल पकड़े जाने के बाद पुलिस मुकदमा दर्ज कर लड़की को बरामद करने और दी गयी तहरीर के मुताबिक कार्रवाई करने की बात कह रही है मतलब बीजेपी नेता की बैंड बजाने के मूड में आ रही है । नेता जी समाज से भी गए , पार्टी से भी गए और अपने परिवार से भी नज़रे मिला पाने से भी गए ।