संगम नगरी प्रयागराज के माघ मेले में मकर संक्रांति का स्नान पर्व शुरू हो गया है। माघ मेले का ये दूसरा स्नान पर्व है। मकर संक्रांति के मौके पर प्रयागराज के माघ मेले में 40 से 50 लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद जताई जा रही है। ग्रहों और नक्षत्रों के विशेष संयोग और खुले मौसम की वजह से माघ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा प्रशासन के अनुमान से भी ज्यादा हो सकता है।
14 घाट पर स्नान, 5000 पुलिसकर्मियों की सुरक्षा
मकर संक्रांति के स्नान पर्व के लिए कई किमी एरिया में 14 घाट बनाए गए हैं। इन घाटों पर चेंजिंग रूम और साफ-सफाई से लेकर कई दूसरी व्यवस्थाएं की गई हैं। पर्व के मौके पर श्रद्धालु संगम से नाव तक जा रहे हैं, लेकिन मोटर बोटों का संचालन प्रतिबंधित रखा गया है। इसके साथ ही सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। मेला क्षेत्र में तकरीबन 5000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। इसके अलावा पैरामिलिट्री फोर्स और एटीएस कमांडो खास तौर पर निगरानी कर रहे हैं
अब आपको यहां की सिक्योरिटी के बारे में भी बताते हैं...
15 कंपनी PAC लगाई गई
पुलिस अधीक्षक माघ मेला राजीव नारायण मिश्र दैनिक भास्कर को बताया कि PAC की 10 कंपनियां पहले ही आ चुकी हैं। मकर संक्रांति की संभावित भीड़ को देखते हुए पांच कंपनियां और बुला ली गई हैं। 155 सीसीटीवी कैमरों से पूरे मेला क्षेत्र की गतिविधियां की निगरानी की जा रही है। अरैल, परेड, संगम, झूंसी और दारागंज क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। बाहर से आए जवानों को शुक्रवार की रात को ही तैनात कर दिया गया है।
मकर संक्रांति पर 2800 बसें लगाई गईं
महाकुंभ की तर्ज पर माघ मेले में भी 2800 बसों का संचालन किया जा रहा है। इनमें 200 बसों को प्रशासन ने रिजर्व रखा है। राम बाग रेलवे स्टेशन से दो मेला स्पेशल ट्रेन चलाई गई है। जंक्शन और प्रयाग स्टेशन से भीड़ को देखते हुए अतिरिक्त ट्रेनें चलाने का निर्णय लेगा। जिलाधिकारी ने इसी कड़ी में शुक्रवार को रेलवे स्टेशन पर जाकर तैयारियों का जायजा लिया है।
मेला आना है, तो बसें आसानी से मिलेंगी
सिविल लाइंस बस स्टेशन : वाराणसी, अयोध्या, लखनऊ, गोरखपुर, जौनपुर, आजमगढ़, कानपुर आदि मार्ग।
पत्थर गिरजा अस्थायी बस स्टेशन : कानपुर, लखनऊ, मंझनपुर, सराय अकिल आदि मार्ग।
जीरो रोड बस स्टेशन : बांदा, मिर्जापुर, चित्रकूट, रीवा आदि मार्ग।
नैनी लेप्रेसी अस्थाई बस स्टेशन : बांदा, मिर्जापुर, चित्रकूट, रीवा आदि मार्ग।
पुलिस भी संगम में मुस्तैद दिखी।
अब आपको माघ मेले की ट्रैफिक व्यवस्था के बारे में भी बताते हैं...
माघ में आने वाले श्रद्धालुओं के वाहन यहां पार्क होंगे
प्लाट नंबर 17 पार्किंग
गल्ला मंडी दारागंज पार्किंग
हेलीपैड पार्किंग
काली सड़क पर यातायात पुलिस लाइन के सामने व बगल में बनी पार्किंग
ओल्ड जी.टी. कछार पार्किंग
मेला क्षेत्र में पैदल आने वाले श्रद्धालुओं के लिए रूट
संगम आने का पैदल मार्ग- संगम आने वाले श्रद्धालुओं/स्नानार्थियों को जीटी जवाहर से प्रवेश कर काली सड़क आकर काली रैम्प से होते हुए संगम अपर मार्ग से संगम तक जा सकेंगे।
संगम से वापसी का पैदल मार्ग- संगम क्षेत्र से अक्षयवट मार्ग से होते हुए इंटर लाकिंग मार्ग से जगदीश रैंप मार्ग एवं त्रिवेणी मार्ग चौराहे से वापस परेड क्षेत्र में स्थित पार्किंग स्थल पहुंच सकेंगे।
उल्लेखनीय है कि संगम मेला क्षेत्र में जाने हेतु प्रवेश मार्ग जीटी जवाहर चौराहे से एवं निकास मार्ग हर्षवर्धन चौराहे से प्रस्तावित है।
प्रमुख स्नान पर्व पर अक्षयवट दर्शन के लिए बन्द रहेगा और सामान्य दिनों में सुबह 7 बजे से शाम 17.30 बजे तक खुलेगा।
मकर संक्रांति के पर्व पर आज काशी में स्नान-ध्यान का सिलसिला चल रहा है। वाराणसी के घाटों पर श्रद्धालुओं का जन सैलाब उमड़ा हुआ है। भक्ति भाव में लोग आज मां गंगा में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। मकर संक्रांति का यह पर्व दो दिनों तक मनाया जाएगा। हालांकि, पंचांगों के अनुसार विद्वान वर्ग का मानना है कि मकर संक्रांति 15 जनवरी को है और सूर्य देव दक्षिणयान से उत्तरायण कल होंगे