गोरखपुर में कड़ाके की ठंड का सिलसिला 11वें दिन भी जारी है। सुबह से ही घने कोहरे के साथ ही गलन बरकरार है। मौसम विभाग के मुताबिक, यूपी कई हिस्सों में भीषण कोल्ड-डे की स्थिति बनी हुई है। आने वाले 3-4 दिन ठंड से कोई खास राहत मिलने की संभावना नहीं है। 12 जनवरी तक 19 जिलों में कोल्डवेव का येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
इन जिलों में गोरखपुर के अलावा मुजफ्फरनगर, मेरठ, बिजनौर, अमरोहा, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बहराइच, गोंडा, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, बस्ती, महाराजगंज, संत कबीर नगर, कुशीनगर, देवरिया आदि शामिल हैं।
औसत से 9 डिग्री कम रहा पारा
वहीं, मंगलवार को पूरे दिन घने कोहरे का वर्चस्व बना रहा और ठंड कहर ढाती रही। अधिकतम तापमान में बीते दिन के मुकाबले मामूली गिरावट दर्ज की गई, लेकिन रिकॉर्ड हुआ तापमान औसत से 9 डिग्री कम रहा।
ऐसे में लगातार 10वें दिन गोरखपुर में सीवियर कोल्ड-डे रहा। मौसम विभाग के मानक के अनुसार अधिकतम तापमान के औसत से 6.5 डिग्री कम वाले दिन को सीवियर कोल्ड-डे करार दिया जाता है। जबकि, बुधवार को मिनिमम पारा 7 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी ने बढ़ाई गलन
वहीं, मंगलवार का अधिकतम तापमान 11.5 और न्यूनतम तापमान 7.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। कोहरा अधिक होने की वजह पुरवा हवाओं के साथ बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी रही। नमी की मौजूदगी में दोपहर बाद चलने वालीं पछुआ हवाओं ने गलन को और बढ़ा दिया।
पहाड़ों पर होने वाली बारिश से मिलेगी राहत
मौसम विज्ञानी कैलाश पांडेय के मुताबिक, उत्तराखंड में होने वाली बारिश ही पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगों को ठंड से राहत दिला सकती है, जिसकी वायुमंडलीय परिस्थितियां बन चुकी हैं। बारिश होते ही पछुआ हवाओं की रफ्तार बढ़ जाएगी। यही पछुआ हवाएं गोरखपुर और आसपास के जिलों में निचले वायुमंडल में जमे कोहरे को छांटेंगी। इससे धूप निकलने का रास्ता साफ होगा। इससे राहत मिलेगी।