वाराणसी में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए तंबुओं का शहर बसाया जा रहा है। गंगा की रेत पर बसाया गया तंबुओं का यह शहर पर्यटकों को काशी प्रवास का नया अहसास दिलाएगा। इस टेंट सिटी में धर्म, अध्यात्म और संस्कृति के अलावा पूर्वांचल के उत्पाद भी दिखेंगे। तंबुओं के शहर को सजाने के लिए विश्व प्रसिद्ध बनारसी साड़ी की रिप्लिका दिखेगी। वहीं दुनिया भर में मशहूर भदोही का कारपेट भी टेंट सिटी की शोभा बढ़ाएगा।
रन ऑफ कच्छ की तर्ज पर होगी टेंट सिटी
टेंट सिटी जैसलमेर के सैंड ड्यून्स और ग़ुजरात के रन ऑफ कच्छ की तर्ज पर होगी। वाराणसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अभिषेक गोयल ने बताया कि टेंट सिटी दो कंपनियां बसा रही हैं। दोनों ही यहां तेजी से काम कर रही हैं। 13 जनवरी को टेंट सिटी की शुरुआत होनी है। उन्होंने बताया कि टेंट सिटी से पूर्वांचल के पर्यटन उद्योग में नया अध्याय जुड़ेगा। इससे स्थानीय लोगों को आर्थिक लाभ मिलेगा।
टेंट सिटी में पूर्वांचल के कई उत्पाद दिखेंगे
गंगा किनारे टेंट सिटी धर्म, अध्यात्म व संस्कृति के संगम का नया अध्याय होगा। टेंट सिटी में पूर्वांचल के कई उत्पाद भी दिखेंगे। टेंट सिटी के एक क्लस्टर का निर्माण करा रही लल्लू जी एंड संस के पार्टनर हिमांशु अग्रवाल ने बताया कि लग्जरी होटल की सुविधा के साथ सभी टेंट का डेकोरेशन काशी के आसपास के हैंडीक्राफ्ट व अन्य उत्पादों से किया जा रहा है।
पूरी दुनिया में मशहूर बनारसी साड़ी की रिप्लिका का प्रयोग सजाने में किया जाएगा। वहीं, कालीन नगरी भदोही की खूबसूरत कारपेट टेंट में बिछाई जाएगी। हिमांशु अग्रवाल ने बताया कि पूर्वांचल की अन्य खास वस्तुएं भी टेंट सिटी की खूबसूरती में चार चांद लगाएंगी। जिससे इन उत्पादों को भी नया बाजार और पूर्वांचल के लोगों को रोजगार उपलब्ध होगा